गजराज का विचरण अड्डा पांच हाथियों का समूह हुआ अलग तीन गोबरी तो दो कोहका के जंगल में कर रहे विश्राम
अनूपपुर /जिले में निरंतर कई माह से विचरण कर रहे पांच हाथियों का समूह विगत 25 सितंबर की रात से दो अलग-अलग भागों में बट कर विचरण कर रहे हैं जिसने तीन हाथियों का समूह बुधवार की दोपहर निरंतर 5 दिनों तक राजेंद्रग्राम रेंज के पटना बीट अंतर्गत बंधार एवं गिरवी के जंगल में रुकने के बाद दोपहर को गिरवी गांव में किसानों के खेतों में लगे धान की फसल को खाते हुए ग्रामीण जनों की भीड़ द्वारा भगाए जाने पर देर शाम जैतहरी-राजेंद्रग्राम मुख्य मार्ग पर लगभग 8 से 10 किलोमीटर तक चलते हुए बैहार गांव से चरखीघाट उतर कर देर रात वन परिक्षेत्र अनूपपुर के औंढेरा बीट अंतर्गत ठेही गांव के आरदाह नामक स्थान से गौरेला होते हुए गुरुवार की सुबह के केकरपानी गांव के किनारे लक्ष्मण सिंह के घर के पास से छूलापानी से हरिहर सिंह के खेत लोकड़ीमाडा केकरपानी से गुजरते हुए दुधमनिया बीट के कक्ष क्रमांक आर,एफ,357 के जंगल से छूलापानी होकर वन परिक्षेत्र जैतहरी के गोबरी बीट अंतर्गत कक्ष क्रमांक आर,एफ,302 ठेगरहा के जंगल में पहुंचकर विश्राम करने की सूचना है ।
दो हाथियों का समूह गुरुवार के दिन वन परिक्षेत्र राजेंद्रग्राम के करनपठार बीट के पिपरिया मे रुकने बाद देर शाम बेनीवारी बीट अंतर्गत क्योटार गांव से पौंनी बैगानटोला में पहाड़ चढ़कर घूमते हुए गुरुवार की सुबह बेनीवारी बीट के कक्ष क्रमांक पी,एफ,122 गर्जनवीजा,ग्राम पंचायत कोहका के जंगल में पहुंचकर विश्राम कर रहे हैं,हाथियों के समूह को अपने इलाके से दूर भगाने के लिए ग्रामीणों द्वारा प्रयास किया गया जिससे बीच-बीच में गुस्साने पर दल का सबसे बड़ा कबरा कान वाले हाथी द्वारा ग्रामीणों को दूर भगाने के लिए कई बार दौड़ाया है जिससे अनेको ग्रामीण दौड़ते-भागते समय गिरकर छोटिल हुए हैं वन विभाग का स्थानीय अमला हाथियों पर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की सलाह देने के बाद भी ग्रामीण मान नहीं रहे हैं जिससे कभी भी किसी बड़ी घटना घटना की संभावना निरंतर बनी हुई है।
सूचना संकलन:-शशिधर अग्रवाल वन्यजीव संरक्षक अनूपपुर