किसान के खेत में मिला कल्चुरी कालीन दसवीं शताब्दी का सूर्य देव की प्रतिमा,अभिरक्षा में लिया प्रशासन
अनूपपुर/ जिले के कोतमा तहसील एवं जनपद पंचायत अनूपपुर(बदरा) के ग्राम पंचायत छुल्हा अंतर्गत पकरिया गांव में 11 मार्च की शाम 70 वर्षीय हीरालाल पिता ददना यादव निवासी पकरिया के खेत/बॉडी में जेसीबी से यूके लिपटिस की जड़ को हटाते समय एक सप्ताह पूर्व जमीन के तीन फीट अंदर नीचे से एक पत्थर निकला रहा है जिसे यादव के परिजनों द्वारा बांड़ी के किनारे रख दिया गया था।11 मार्च की शाम परिजनों द्वारा मूर्ति के अंदरूनी हिस्से को देखने पर कुछ आकृति बना होने पर जो मिट्टी से ढका रहा था जिसे सीधा कर साफ करने के बाद पुराने समय की मूर्ति होना दिखने पर ग्रामीणो द्वारा जानकारी मिलने पर कोतमा विधानसभा विधायक एवं मध्यप्रदेश शासन के राज्यमंत्री दिलीप जायसवाल,अनूपपुर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ के निर्देश पर कोतमा तहसीलदार ईश्वर प्रधान,कोतमा थाना प्रभारी सुनेन्द्र सिंह,ग्राम पंचायत छुल्हा सरपंच राजेश सिंह,जिला पर्यटन एवं पुरातत्व समिति अनूपपुर सदस्य शशिघर अग्रवाल देर रात मौके पर पहुंच कर प्राप्त पुरातत्व महत्व की मूर्ति का परीक्षण,अवलोकन करते हुए अपने अभिरक्षा में देकर जप्ती एवं सुपुर्दगी की कार्यवाही करते हुए सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस थाना कोतमा मे सुरक्षित रखा गया है। पुरातत्व के जानकार बताते हैं कि यह मूर्ति दसवीं इशवी, कल्चुरी कालीन समय की है जो सूर्य भगवान की है,मूर्ति प्राप्त होने पर जिला प्रशासन द्वारा अपना प्रतिवेदन वरिष्ठ विभागों को भेज कर अग्रिम आदेश हेतु उल्लेख किया गया है।ज्ञातब्य है कि मूर्ति की पहचान दसवीं इशवी के कल्चुरी कालीन समय की सूर्य भगवान की प्रतिमा होना बताया गया है इस बीच पुरातत्व विभाग के जबलपुर संभाग में पदस्थ डिप्टी डायरेक्टर से संपर्क करने पर डायरेक्टर द्वारा फोन उठाकर बात करना मुनासिब नहीं समझा गया। जिससे पुरातत्व से महत्वपूर्ण मूर्ति का अन्य विवरण देर रात में प्राप्त नहीं हो सका है।जिला प्रशासन द्वारा ग्राम पकरिया में प्राप्त पुरातत्व महत्वपूर्ण मूर्ति के संबंध में शासन स्तर पर पत्राचार कर अग्रिम कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिए जाने हेतु लेख किया गया है।