*अनूपपुर सोन मौहरी*- मंत्री बिसाहुलाल सिंह को लोग विकास पुरुष के नाम से लोग नवाजते है और कही न कहीं इस बात को नकारा भी नही जा सकता ,किंतु इस बार जब से भाजपा में शामिल हुए और सरकार में मंत्री बने तब से अधिकारियों पर पकड़ ढीली पड गई और जिन अधिकारियों के भरोशे जिले की विकास की जिम्मेदारी ली गई वही अधिकारी जिले के लिए अब मुसीबत का सबब बनते जा रहे है,या यूं कहें कि सब भृष्टाचार के कमीशन के आगे नतमस्तक हो चले है,पंचायतों में भृष्टाचार उजागर होने के बाद भी कार्यवाही न करना ये बताता है कि कहीं न कहीं पंचायतों में हो रहे भृष्टाचार में इन अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है तभी तो कार्यवाही नही होती,या फिर ये समझा जाये कि मंत्री का ग्रह जिला होने के बाद भी इन अधिकारियों में मंत्री की लगाम ढीली पड़ गई है और पंचायत के सचिव रोजगार सहायक नित नए भृष्टाचार के आयाम लिख रहे है,और ये बेलगाम होती व्यवस्था निश्चित तौर पर आने वाले समय मे मंत्री बिसाहुलाल सिंह के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है चूंकि जो पैसा इनकी सरकार जनता के विकास कार्यों के लिए देती है उसे जिम्मेदार निपटा रहे है और तो और विभागों के जिम्मेदारों को फोन लगाओ तो किसी भी जिम्मेदार का फोन नही उठता फिर कार्यवाही तो आप भूल जाइये,मंत्री बिसाहुलाल सिंह को जिले में एक बार प्रशासनिक सर्जरी करने की जरूरत है कई कई वर्षों से इसी जिले में टिके अधिकारियों को अगर समय रहते यहां से नही हटाया गया तो ये पूरे जिले का नक्शा बदल देंगे और विकास के नाम पर विनास की इबारत ऐसी लिखेंगे की इसकी भरपाई हो पाना सम्भव नही होगा,रोज हम एक पंचायत के भृष्टाचार का खुलासा कर रहे है पर जनपद में बैठे जिम्मेदार न तो फोन उठाते है और न इन भृष्टाचारों पर रोक लगा पा रहे है ,पंचायतों में मचे भृष्टाचार में जितना हाँथ सचिव रोजगार सहायक का है उतना ही जनपद के लेखपाल,एडीपीओ, उपयंत्री,और जनपद के मुखिया मुख्यकार्यपालन अधिकारी भी है,अगर समय रहते खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहुलाल सिंह ने इनके भृष्टाचार पर लगाम नही कसी तो ये बेलगाम होते हुए भृष्टाचार की ऐसी नीव डाल रहे है कि जिले की दीवार कब धरासाई हो जाएगी उसका पता भी नही चलेगा और जिला गर्त में समाता चला जायेगा,बहरहाल अगर ये हश्र मंत्री के गृह जिले का है तो जिन जिलों में भाजपा के विधायक ही नही है तो वहाँ क्या हाल होगा अंदाज लगाया जा सकता है ,जानकारी के मुताबिक खाद्य एवं नगरिक आपूर्ति मंत्री आज अपने गृह जिले में आ रहे है और उनको अपने गृह जिले में फैले इस भृष्टाचार को गंभीरता से लेते हुए कुछ न कुछ तो करना चाहिए अन्यथा आप की सरकार को ये अधिकारी दीमक की तरह खा जायेंगे और आप की सरकार हाँथ मलते रह जायेगी
पूर्व सरपंच रामबाई बैगा सचिव राम जी राठौर रोजगार सहायक कमलेश राठौर पिछले 7 सालों से आए दिन भ्रष्टाचारी करते रहे और अधिकारियों के पास शिकायत किए तो सचिव का ट्रांसफर कर दीजिए सोचे कि ना रहेगी बांस ना बजेगी बांसुरी ना रहेगा सचिव ना होगी शिकायत ना होगी कारवाही और न फसेगे के उनके साथ हम भी
आ शिकायत करा हुआ पिछले साल जनवरी में किए थे और इतने महीने हो गया अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुआ ना कोई सुनवाई और भ्रष्टाचारी को नए-नए एग्जाम दे देते हुए चल रही है इनकी मनमानी कार्यभार
और सरपंच महोदय लिखें अनुभवी अधिकारी को सचिव का पद खाली है जिसके कारण रोजगार सहायक सचिव के पद में है तो सचिव यहां भेजने का कष्ट करें