सौरभ  सिह के समर्थन में उतरी विहिप मंत्री के ईशारे पर नाच रही कवर्धा पुलिस – डोनेश ठाकुर

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कवर्धा –विहिप के प्रखंड अध्यक्ष डोनेश ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पुलिस और स्थानीय विधायक मो अकबर पर लगाये कई गम्भीर आरोप . उन्होंने कहा विगत दो वर्षो से कवर्धा पुलिस के कार्यशैली और कानून व्यवस्थाओं को लेकर जनता त्रस्त्र है , जिले में हो रहे अनेक अपराधों पर अंकुश लगाने में विफल जिले की पुलिस मंत्री मो. अकबर के ईशारे पर नाच रही है और राजनीति से प्रेरित कार्यवाही कर रही है .जिससे जिले में आक्रोश की स्थिति है .मामला राजनितिक हो, धार्मिक या फिर आपराधिक सभी को विधायक मो .अकबर के राजनितिक नफा नुकशान के चश्मे से पुलिस देखकर कार्यवाही कर रही है यह बर्दाश्त नही किया जा सकता . उन्होंने कहा पुलिस चाहती है कोई व्यक्ति या संस्था गलत को गलत न कहे वरना उसके विरुद्ध कार्यवाही कर दबाव बनाया जायेगा . अनेक ऐसे उदाहरण है जिसमे यह साबित होता है पुलिस स्थानीय विधायक के कहने पर भेदभावपूर्ण कार्यवाही कर रही है . गत वर्ष 03 अक्टूबर की बड़ी घटना जिसमे हिन्दुओं के ध्वज को अपमानित करने वालो पर कार्यवाही नही कर उल्टे हिन्दुओ पर अनेक धाराओं में एफ आई आर किया जाता है . वही भगवा ध्वज को उतारने के लिए विधर्मियों के सहायता हेतु सीढ़ी लगाने वाले पुलिस कर्मियों पर व ध्वज को पैरो से कुचलने वाले पर कोई कार्यवाही नही किया गया . श्री चंद्रकार कहा सौरभ सिंह के मामले में भी यही हो रहा है एक युवा यदि अपने धर्म के पक्ष में खड़ा होता है तो यह पुलिस को मंजूर नही उसके खिलाफ अकारण अनेक फर्जी मामले में एफ आई आर कर प्रताड़ित करने की कोशिश की जाती है . abvp के आन्दोलन में सौरभ सिंह कवर्धा में ही नही था उसके खिलाफ एफआईआर कर उसे जेल भेजा जाता है , 03 अक्टूबर को उस पर प्राणघातक चाकू से हमला करने वाला विधर्मी पुलिस के पकड़ से बाहर है उल्टा 05 अक्टूबर को कवर्धा में न रहने वाले सौरभ के विरुद्ध आधा दर्जन मामले में अपराध दर्ज करते है . वर्तमान में एक पुतलादहन कार्यक्रम में पुलिस कर्मी से दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर जो फर्जी fir किया गया है यह भी दुर्भावनापूर्ण पुलिस विभाग की सोची समझी कार्यवाही है क्योंकि की पुतला दहन कार्यक्रम में केवल सौरभ नही अपितु अनेक लोग थे किन्तु टारगेट कर सौरभ पर कार्यवाही किया गया यह स्पष्ट बताता है पुलिस कैसे राजनितिक दुर्भावना से काम कर रही है यह दुर्भावना मुख्यत: 03 अक्टूबर 21 के घटना के बाद अपनी अकर्मण्यता छुपाने की कोशिश है . जबकि सौरभ सिंह वह शख्स है जिसने स्वयं पुलिस को अनेक जिहादी एवं आतंकी मानसिकता रखने वाले लोगो का सबूत सहित इनपुट दिया था इस मामले में पुलिस सौरभ को ही फसाने लगी तो उसने कोतवाली में दिये अपने बयान में कहा था पुलिसमेरे खिलाफ कभी भी झूठा केस बना कर जेल में डालने की कोशिश कर सकती है उक्त समय पर सौरभ ने अपने लिए सुरक्षा की मांग की थी जिसे पुलिस ने आजतक उपलब्ध नहीं कराया है और यह सच साबित होते दिख रहा है पुलिस एक झूठे मामले में सौरभ को फसा रही है . यदि किसी व्यक्ति को सिर्फ इसलिए फसाने को कोशिश की जाये की वह हिन्दुओ के धर्म के प्रति बेबाक अपनी आवाज बुलंद करता है तो सौरभ सहित ऐसे सभी हिन्दुओं के पक्ष में विहिप मजबूती से खड़ा है अन्याय व दुर्भावना पूर्ण कृत्य बर्दाश्त नही किया जायेगा . पुलिस का दौहरा चरित्र देखना है तो सिर्फ यही नहीं अनेक और मामले है जहाँ पुलिस की भूमिका संदिग्ध है .जैसे मो इल्ल्याश खान जिसने हिन्दू धर्म के महादेव की तुलना पुरुष लिंग से की थी जिसपर विहिप एफ आई आर करने की मांग करता रहा पर पुलिस ने कार्यवाही करने से इंकार कर दिया . इसी तरीके जुबिन दुबे के प्रकरण पर माननीय उच्च न्यायलय ,राष्ट्रपति ,प्रधानमन्त्री ,की अवमानना करते हुए 15 बार से अधिक फर्जी जाँच कर अग्रेसित किया गया . जिससे राष्ट्रिय सुरक्षा के विषय पर पुलिस की लापरवाही दिखती है . वही हिरेन गोप के प्रकरण में अनुसूचित जाती ,जन जाती नियम के विरुद्ध जाकर कार्यवाही की गयी है 11 मई को विहिप द्वारा प्रमाण सहित देश में आतंकी घटना और दंगा होने की संभावना व्यक्त करते हुए पुलिस विभाग को सूचना दिया गया था और उक्त सूचना उच्चस्तरीय सुरक्षा एजेंसी को पहुचाकर एलर्ट जारी करने निवेदन किया था किन्तु ऐसे गम्भीर मामले में भी पुलिस ने अपनी असंवेदनशीलता दिखाई और पूरा देश ने देखा इस समय काल में कई घटनाए घटित हुई . ऐसे अनेक उदाहरण है जिसमे साफ़ दिखाई देता है पुलिस अन्याय पूर्ण कार्यवाही कर हिन्दू युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है यदि सिर्फ इसलिए की कोई हिन्दू अपने धर्म के रक्षा में आवाज़ उठाता है इसलिए उसे निशाना बनाकर कार्यवाही और झूठे एफ आई आर करता है तो विहिप इसका कड़ी निंदा करता है और समस्त हिन्दुओ के पक्ष में विहीप सदैव खड़ा रहेगा जरुरुत पड़ने पर हम आन्दोलन करने भी तैयार है . पुलिस यदि जिले में कानून व्यवस्था बनाये रखना चाहता है तो कानून के दायरे में निष्पक्ष कार्यवाही करे . व अपराध पर अंकुश लगाये .

Ved Sahu
Author: Ved Sahu

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