*संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर अखंड ब्राह्मण महासभा समिति के कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन*

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अविनाश शर्मा

 

 

 

शहडोल। अखंड ब्राह्मण महासभा समिति के प्रदेश अध्यक्ष पंडित नीलेश दुबेदी के आदेशानुसार प्रदेश मीडिया प्रभारी पंडित अखिलेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में शुभम पाठक ब्लाक अध्यक्ष ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें अखंड ब्राह्मण महासभा समिति के प्रदेश मीडिया प्रभारी पंडित अखिलेश कुमार शर्मा ने बताया कि पूरे प्रदेश में हमारे संगठन ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया है वहीं बुढार ब्लाक अध्यक्ष शुभम पाठक ने बताया कि राष्टीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा विगत दिनों अपना वक्तव्य दिया गया था कि जाती व्यवस्था पंडितों द्वारा बनाई गई है, उनके इस बयान से सम्पूर्ण विप्र,पंडित और ब्रम्हाण समाज आहत और आक्रोशित है। मुंबई में संत शिरोमणी रविदास की जयंती पर संघ प्रमुख ब्राह्मणों के प्रति बयान पर शहर के ब्राह्मणों में रोष है तथा संघ प्रमुख द्वारा पंडितों पर जातियां बनाने का आरोप लगाकर देश में पंडितों के विरुद्ध अन्य जातियों को भड़काने का काम किया गया है वही इस तरह के बयान पर सर्वोच्च न्यायालय ने अनेकों बार नेताओं के नफरती भाषणों पर रोक लगाने और पुलिस द्वारा स्वयं संज्ञान लेकर कड़ी कार्यवाही किये जाने का निर्देश दिया है। लेकिन उसके बाद भी संघ प्रमुख द्वारा जातिया बनाने हेतु पंडितों को आरोपित जानबूझ कर देश के अन्य जातियों को पंडितों के विरुद्ध भड़काने, उकसाने का प्रयास किया जा रहा है जबकि पूरा देश जानता है कि पंडित सदैव कड़ी मेहनत से अर्जित ज्ञान के द्वारा समाज की रक्षा व सुरक्षा करते रहते हैं जिससे प्राणियों में सदभावना रहे विश्व का कल्याण हो। वसुधैव कुटुम्बकम जैसे सर्व हितकारी शब्द पंडितों ने समाज को दिये हैं।
पंडित समाज सृष्टि के संचालन में सदैव महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। यह सब जानते हुये भी रविदास जी जयंती समारोह में जानबूझकर पंडितों पर आरोप लगाना व बदनाम करना दुर्भावना को दर्शाता है जबकि समाज में कहीं भी जातीय भेदभाव नहीं है केवल सरकारी नीतियों में ही सर्वाधिक जातीय भेदभाव दिखाई देता है, शिक्षा, राजनीति, न्याय, नौकरी, प्रमोशन, उपचार, वजीफा आदि में घोर जातिवाद दिखाई देता है। लेकिन राष्टीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख ने कभी भी सरकारी जातिवाद के विरुद्ध एक शब्द नहीं बोला बल्कि सरकारी जातिवाद को अनंतकाल तक आवश्यक बताया। आज समाज के संचालन में पंडितों की नहीं बल्कि सरकारों और राजनैतिक दलों की ही विशेष भूमिका है।

 

शायद संघ प्रमुख यह भूल गए कि भगवान श्रीकृष्ण ने खूद गीता मे कहा है :—-चातुर्वणर्यं मया सृष्टं गुणकर्मविभागशः। तस्य कर्तारमपि मां विद्धयकर्तारमव्ययम।। (4/13)

…. हे अर्जुन, ब्राह्मण,क्षत्रिय,वैश्य और शुद्र — इन चार वर्णो का समूह, गुण और कर्मो के विभागपूर्वक मेरे द्वारा रचे गए है।इस प्रकार इस सृष्टि — रचनादि कर्म का कर्ता होने पर भी मुझ अविनाशी परमेश्वर को तु वास्तव मे अकर्ता ही जान
संघ प्रमुख जो प्रमाण पत्र ब्राह्मण पंडितों को आप दे रहे है जो कि सही नही है जबकि ब्राह्मण समुदाय सबसे गरीब सामाजिक तबका बहुतायत संख्या में गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर है क्योंकि जिस आध्यात्मिक उत्थान के लिए कार्य किया जाता है उसमें त्याग और समर्पण कि पहली शर्त होती है उसी से आजीविका भिक्षाटन पर आधारित यज्ञ, अग्नि और देवता से प्रारंभ होता है जो कि संघ प्रमुख मोहन भागवत के इस बयान का अखंड ब्राह्मण महासभा समिति मध्यप्रदेश संगठन द्वारा घोर निंदा करता है और संघ प्रमुख इस बयान को वापिस लें व ब्राह्मण समाज से माफी मांगे वरना चेतावनी है कि संपूर्ण विप्र समाज आक्रमक आंदोलन करने पर विवश होगा ज्ञापन देने में मुख्य रूप से अखंड ब्राह्मण महासभा समिति प्रदेश मीडिया प्रभारी अखिलेश कुमार शर्मा ब्लॉक अध्यक्ष शुभम पाठक अविनाश शर्मा ,अविनाश पाठक कृष्णकांत दुबेदी, राहुल त्रिपाठी, कृष्णा मिश्रा आदि अखंड ब्राह्मण सभा समिति के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

Sharma
Author: Sharma

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