जिले भर में रहीं हनुमान जन्मोत्सव की धूम,निकली शोभायात्रा,भंडारे प्रसाद का हुआ वितरण
अनूपपुर/चैत्र शुक्ल पूर्णमासी में कलयुग के भगवान हनुमानजी का प्राकट्य उत्सव 6 अप्रैल को जिले भर के मंदिरों में भक्तों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया। जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित कोतमा, अमरकंटक, पुष्पराजगढ़, बिजुरी, भालूमाड़ा, जैतहरी, चचाई में श्रद्धा-भक्ति सहित हवन व पूजा अर्चना कर भण्डारा का प्रसाद वितरण किया गया। जिला मुख्यालय अनूपपुर में विभिन्न मंदिरों में विराजे पवन पुत्र हनुमान की पूजा पूरे विधि विधान से की गई। इस दौरान जगह-जगह भण्डारा का प्रसाद वितरण किया गया।शिव मारुति मंदिर सामतपुर समातपुर में पाड़व काल का शिव मारुति मंदिर सामतपुर में भक्तों ने हनुमान जन्मोत्सव पर महावीर को फलो से सजाया साथ ही शोभा यात्रा प्रारंभ होकर शहर के थाना तिराहा से राम जानकी मंदिर से सब्जी मण्डी मार्ग,आदर्श मार्ग से वापस शिव मारूती मंदिर के पास पहुंचकर समाप्त हुई। शिव मारुति मंदिर सामतपुर के अध्यक्ष आशीष त्रिपाठी ने बताया कि शिव मारुति मंदिर सामतपुर में प्राचीन काल के इस मंदिर में पौराणिक गाथाएं जुड़ी हुई हैं। मंदिर का अपना एक अलग धार्मिक इतिहास है।रजहा धाम हनुमान मंदिर रजहा धाम हनुमान मंदिर समिति द्वारा हनुमान जन्मोत्सव पर मंदिर प्रांगण से भव्य शोभायात्रा मंदिर प्रांगण से निकालकर दूल्हा तालाब मंदिर, श्री बूढ़ी माई मंदिर, केशरी नंदन मंदिर, अमरकंटक तिराहा, इंदिरा तिराहा से होते हुए पुनः रहजा धाम में समापन हुआ। इस दौरान मंदिर प्रांगण में विशाल भंडारा का आयोजन किया गया।
केशरी नंदन हनुमान मंदिर में जन्मोत्सव अमहाई तलाब पुरानी बस्ती वार्ड नम्बर 13 स्थित केशरी नंदन हनुमान मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव पर्व पर आयोजक समिति ने मंदिर से हनुमान जी की शोभायात्रा निकली गई, जिसमें भगवान राम सहित सीता और लक्ष्मण का सजीव रूप साथ रहे, जो अमहाई तालाब से अमरकण्टक तिराहा, इंदिरा तिराहा,शंकर मंदिर,रजहा तालाब हनुमान मंदिर, दुल्हा तालाब होते हुए पुन: मंदिर में समाप्त हुई। शोभायात्रा में महिलाओं ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। शोभायात्रा मंदिर पहुंचने पर पूजन हवन संगीतमयी आरती व भोग अर्पण उपरांत कन्या भोग के बाद भंडारे का प्रसाद मंदिर प्रांगण में बैठा कर खिलाया गया। इसके अलावा दुल्हादेव एवं रेल्वे स्थित छोटी मढिया प्रचीन मंदिरों के साथ इंदिरा तिराहा सहित अन्य मंदिरों में स्थापित बजरंगबली का विधि विधान से हनुमान जी का प्रकट्योत्सव मनाया गया। पवित्र नगरी अमरकंटक में भगवान हनुमान जी का हनुमान प्रकट्योत्सव मंदिरों व आश्रमों में मनाया गया। श्री मार्कडेय आश्रम में विराजे बजरंगबली से सब ने प्रार्थना। पुष्पराजगढ़ के धरहरकलां में स्वंम-भू हनुमान जी की विधि विधान से पूजा अर्चना कर प्रकट्योत्सव मनाया गया। बिजुरी कुरजा गांव के लंगड़ा दादा के नाम से प्रसिद्घ हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की। दूर-दूर तक प्रसिद् बरंगवा के हनुमानजी के द्वार में भक्तों ने माथा टेक भंण्डाशरे का प्रसाद ग्रहण किया।