पुलिस की सह पर अनिल,पवन चला रहे लाखों की जुए का फड़, प्रतिदिन हजारों की नाल वसूली
साधा तिराहा और गीता ग्राम के जंगल बने अड्डा,आईजी साहब से कार्यवाही की दरकार
जुआरियों के सुरक्षा का गारंटी से ठेका,गुर्गे करते हैं रखवाली और उपलब्ध कराते हैं शराब कबाब
अनूपपुर/ जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत इन दिनों जगह बदल-बदल कर जुआ का फड़ संचालित हो रहा है। प्रतिदिन अलग-अलग स्थानों पर लाखों रुपए का जुए का फड़ संचालित होता है और इस कार्य में क्षेत्र के युवा वर्ग अपने भविष्य के उजाला को ढूंढते हुए लालच के इस जाल में फंस कर अपने घर परिवार का सर्वनाश कर रहे हैं, लेकिन जुआ खिलाने वाले समूह को लगभग 50,000 की कमाई प्रतिदिन हो रही है और यह कमाई जिले से लेकर थाना के संरक्षण में संचालित हो रहा है। जुआ संचालक में पार्षद,पत्रकार सहित नाल की वसूली वर्दी के शह पर ताल ठोक कर हो रहीं हैं। अनूपपुर कोतवाली थाना क्षेत्र सांधा तिराहे के जंगलों में अनिल एवं थाना चचाई के गीता ग्राम के जंगलों में पवन की टोली द्वारा प्रतिदिन जुआं का खेल बेधडक़ चला रहा है और इस खेल को खेलने के लिए जिले के ही कई नामी-गिनामी लोग शामिल होते हैं, इसके अलावा अमलई, बुढार, ओपियम,अनूपपुर,कोतमा सहित दर्जनों जगहों से खिलाडिय़ों को निमत्रिंत किया जाता है, जिनके लिए विशेष व्यवस्था भी की जाती है। जुए के फड़ को सही दिशा देने का कार्य में दर्जनों युवक अपनी सेवा देते रहते हैं और संचालित जगह पर दिन-रात पहरा देकर खिलाडिय़ों के गाड़ी से लेकर मोबाइल फोन तक सुरक्षित रखते हुए 5 किलोमीटर पहले से ही पहरेदारी की जाती है। हार जाने के बाद उनके सामानों की गिरवी से लेकर ब्याज में रुपया भी उपलब्ध कराए जाने के अलावा शराब और कबाब की व्यवस्था तक की जा रही है। संचालनकर्ता द्वारा सुरक्षा की पूरी गारंटी देते हुए खिलाडिय़ों को आमंत्रित किया जा रहा है। जुए फड़ में सुरक्षा की गारंटी मिलने के बाद संभागीय मुख्यालय से दर्जनों युवक तो पहुंच ही रहे है, इसके अलावा पड़ोसी जिलों से भी खिलाड़ी दांव लगाने आ रहे हैं। जिले में जब से कप्तान का तबादला हुआ हैं तब से नशाखोरी,सूदखोरी सहित अन्य अपराधिक गतविधिया बढ़ी हैं। शहर सहिम कर गांवो में अपराध को घटित हो रहें हैं। साथ ही अवैध कार्य को अंजाम दिया जा रहा हैं, जिसमें जुआ सट्टा शामिल हैं। कोतवाली थाना क्षेत्र के सांधा के जंगलों में अनिल और पवन बेधडक़ जुए का फड़ संचालन करा रहे हैं,कथित फड़ संचालक प्रतिदिन हजारों रुपए की नाल वसूली जा रही है। इस अवैध कार्य में पुलिस के अलावा क्षेत्र के सफेदपोश नेताओं का संरक्षण प्राप्त हैं। अपराधों पर लगाम लगाने वाली पुलिस की कार्यशैली से पूरे जिले में अपराधी एवं माफिया हावी हैं। अगर इस मामले में शहडोल महानिरिक्षक संज्ञान लेकर कार्यवाही करें तो, बड़े रैकेट सहित अपराध पर लगाम कसी जा सकती है।