अमलाई कोल साइडिंग प्रबंधन को झटका,लोडिंग अनलोडिंग पर बैन,धरना प्रदर्शन समाप्त

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अमलाई कोल साइडिंग प्रबंधन को झटका,लोडिंग अनलोडिंग पर बैन,धरना प्रदर्शन समाप्त

अनूपपुर/कहते हैं जिसे दसों दिशाओं का ज्ञान प्राप्त हुआ था जो अमर था उसका भी अंत हुआ इसके पीछे मात्र उसका अहंकार था जो उसे ले डूबा कुछ इसी तरह अमलाई साइडिंग प्रबंधन गरीब जनता को बरगलाने के बाद जो हुआ वो आज सामने है।शहडोल जिले की सीमावर्ती इलाकों में कोल साइडिंग का डस्ट जनता के लिए नासूर बनी हुई थी जिसके लिए आसपास रहने वाले लोगों ने गांधीवादी तरीके से धरना अनशन शुरू किया था यह अनवरत 8 दिन से जारी रहा स्थानीय लोगों की मांग थी की कोल साइडिंग आबादी वाले क्षेत्र से हटाया जाना चाहिए या बंद कर दिया जाए।यह कोल साइडिंग में अंधाधुंध कोयले की मिक्सिंग की जा रही है जिसके चलते उड़ने वाली धूल डस्ट छोटे छोटे बच्चों एवं बुजुर्गो के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रही है गरीब बैगा आदिवासी और मजदूरों की कमाई का शत प्रतिशत हिस्सा दवाई और इलाज में खर्च हो रहा है बच्चे बीमारी से ग्रस्त हैं और स्कूल कालेज नहीं जा पा रहे हैं इनका भविष्य भी चौपट हो रहा है। इन सब बातों को पहले कोल साइडिंग प्रबंधन को अवगत कराया जब कोल साइडिंग प्रबंधन इनकी समस्याओं को अनसुना कर दिया तो मजबूरन स्थानीय नागरिकों को धरना प्रदर्शन के लिए आंदोलित हो गए। बहरहाल 08 दिनों बाद ही सही लेकिन जिले के जिम्मेदारों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कोल साइडिंग प्रबंधन को 01-05-2023 से तत्काल प्रभाव से लागू आदेश जारी कर दिया है जिसमें कोल साइडिंग प्रबंधन के लिए लोडिंग अनलोडिंग इस क्षेत्र में प्रतिबंधित है यह निर्णय लोकहित में लिया गया है और साइडिंग प्रबंधन को 10-5-2023 तक कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी को अपने समस्त वैध दस्तावेज को लेकर अपना पक्ष रखने की बात कही है। हालांकि आदेश की अवहेलना पर एक पक्षीय कार्रवाई हो सकती है।

मामले में जारी आदेश के बाद धरना प्रदर्शन आंदोलन में शामिल लोगों में कानून व्यवस्था और प्रशासन पर भरोसा कायम हुआ है वरना नागरिकों को स्थानीय कोल साइडिंग प्रबंधन ने बेज़ा रसूख का इस्तेमाल करते हुए बरगलाया था लेकिन प्रशासन ने कोई भी अनहोनी अप्रिय स्थिति निर्मित होने से पूर्व दल बल के साथ निति रिति की लड़ाई में निष्पक्षता से खड़ा नजर आया।

प्रतिक्रिया….

शहडोल एवं अनूपपुर के तमाम मीडिया साथियों खासकर अमलाई के स्थानीय पत्रकार नीरज गुप्ता जिन्होंने इस मुद्दे को बेबाकी से उठाया जिसके फलस्वरूप एक तथाकथित पत्रकार द्वारा तरह-तरह के अनर्गल आरोप लगाकर उनकी छवि धूमिल करने का भी प्रयास किया गया लेकिन जनहित की लड़ाई लड़ने वाले इस पत्रकार के कदम नहीं और अंततः सच्चाई की जीत हुई धन्यवाद जो धरातल की सच्चाई को सबके सामने लाए हैं आज हम नागरिकों की बात सुनने वाली मीडिया कम है गोदी मीडिया ज्यादा, बावजूद हम असहाय गरीबों की आवाज आप सभी पत्रकार साथियों ने प्रशासन तक पहुंचाया सभी आन्दोलन में सहभागी महिलाओं की तरफ से आभार व्यक्त करती हूं। जय हिन्द जय भारत।

सुमन राय,प्रमुख

कोल साइडिंग हटाओ अभियान अमलाई

Bhupendra Patel
Author: Bhupendra Patel

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