भ्रष्ट सचिव मनोज पटेल हर्री में खाकर पैसा पहुंचा पिपरिया अतिरिक्त प्रभार में फिर हर्री
2020-21 में स्वीकृत 38 लाख रुपए का गौशाला अपनी बदहाली पर बहा रहा आंसू
अनूपपुर/जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर पर स्थापित है ग्राम पंचायत हर्रि जहां पर सचिव मनोज पटेल के द्वारा व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया चाहे बात हो गौशाला निर्माण की सीसी रोड निर्माण की या की अन्य इन्होंने हर मोड़ पर इस तरह का भ्रष्टाचार किया कि ग्राम पंचायत हर्रि से इनका मोह नहीं छूटा समय पूरा होने के बाद इनको ग्राम पंचायत पिपरिया स्थानांतरण कर दिया गया जो जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित है परंतु यह महासय इतने बड़े चग्घड़ हैं की ग्राम पंचायत हर्रि को किसी और सचिव के हवाले करने से आमादा रहे हैं बल्कि स्वयं के खाते में रखे हैं अभी भी यहां पर इस कदर भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं जिन्होंने मात्र 38 लाख रुपए से स्वीकृत गौशाला निर्माण के कार्य को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा कर रखे हुए हैं। ग्राम पंचायत हर्रि में गौशाला निर्माण कार्य स्वीकृत वर्ष 2020- 21 जिसकी तकनीकी स्वीकृति 6003/2020/ 2021 दिनांक 31/7/2020 है एवं प्रशासकीय स्वीकृति 1746003 दिनांक 6/08/ 2020 है इनके द्वारा गौशाला निर्माण कार्य में आज 03 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी कार्य पूर्ण नहीं हो सका है ग्रामीण लोगों ने बताया कि इनके द्वारा इस निर्माणाधीन भवन का आधे से अधिक पैसा अपने जेब में रख लिया और धीरे-धीरे कछुए की चाल में काम करवा रहे हैं ।महाशय सचिव मनोज पटेल इतने मृदुभाषी हैं की अपने अधिकारियों को बड़े ही गोलमोल तरीके से मैनेज कर लेते हैं।वर्तमान समय में ग्राम पंचायत पिपरिया में स्थापित होकर किसी प्रकार का कोई कार्य करने से अछूते हैं ऐसा क्यों ना हो जबकि पूर्व से स्थापित ग्राम पंचायत हर्रि में इनका बड़ा झांसा चल रहा हो और ग्राम पंचायत क्षेत्र के लोगों के आंखों में धूल झोंक कर अपनी जेब गर्म करने में कोई कसर नहीं छोड़े हैं माननीय पशला के निवासी हैं परंतु अनूपपुर बिहारी कॉलोनी में इनका आलीशान बिल्डिंग निर्मित है जहां यह बकायदा ऐश फरमा रहे हैं और ग्राम पंचायत में रहना भी इनके लिए किसी श्राप से कम नहीं ऐसे भ्रष्ट सचिव के ऊपर कार्यवाही की दरकार है माननीय कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ वर्तमान समय में सरकार के बहुत अच्छे अधिकारी अनूपपुर जिले में स्थापित है जिनके द्वारा खबर को देखकर कार्यवाही करने की आवश्यकता है।
ज्ञात हो कि पंचायत सचिव मनोज पटेल के पास सचिव बनने के पूर्व किसी भी प्रकार की उच्च व्यवस्था नहीं था परंतु आज इनके पास हर तरह की ऐसो आराम की सुविधाएं उपलब्ध और यह उसी आर्थिक गर्मी के दम पर इस कदर लोगों से पेश आते हैं कि जैसे राजा भोज बने गंगू तेली किसी भी कार्य के दृष्टि पर सक्रियता ना दिखाते हुए किराए के ठेकेदार रखकर हर निर्माण कार्य को अंजाम देते हैं और अच्छी खासी मोटी कमीशन के जुगाड़ में कार्य संपन्न कराते हैं।
इनका कहना है
मैं पता कर लेता हूं इसके बाद कार्रवाई करता हूं।
अभयसिंह ओहरिया सीईओ जिला पंचायत अनूपपुर