भ्रष्टाचार: –
कांसा पंचायत के पूर्व सरपंच तिहारू कोल से 87 हजार रू की वसूली समर्थक ने ही घेरा
उपयंत्री अरविंद उईके एवं पीसीओ अमर सिंह से भी वसूली, 6 जून को अंतिम अवसर
अनूपपुर /जिले के जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत कांसा में विभिन्न निर्माण कार्यों में तकनीकी स्वीकृति से अधिक व्यय राशि एवं पीएम आवासो में नियम विरुद्ध हितग्राहियों को पुनः आवास का लाभ देने पर कुल राशि 3 लाख 22 हजार 7 सौ 61 रुपए शासन की राशि का अवैधानिक रूप से आहरण कर दुरुपयोग किए जाने के आरोप जांच में प्रमाणित पाए जाने पर कांसा सेक्टर के उपयंत्री अरविंद उइके से 49 हजार 65 रुपए पीसीओ अमर सिंह कंवर से 49 हजार 3 सौ 34 रुपए ग्राम पंचायत कांसा के पूर्व सरपंच तिहारू कोल से 87 हजार 6सौ 49 रुपए जिला पंचायत अनूपपुर के एकल खाता में जमा कर रसीद प्रस्तुत करने के संबंध न्यायालय अपर कलेक्टर विकास अथवा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभय सिंह ओहरिया ने राशि वसूली हेतु कारण बताओ नोटिस क्र./823/जिप/पंचा.प्रको./ 2023 दिनांक 1 जून 2023 को जारी किया है। संबंधितों को नोटिस में कहा गया है कि 6 जून 2023 को अपराह्न 2:00 बजे समक्ष में उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करें नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया है कि इस अंतिम अवसर पेसी दिनांक को वसूली राशि जमा ना होने या अनुपस्थिति के दशा में मध्य प्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 92 की उप धारा (2) के तहत जिला जेल की कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि जिला पंचायत द्वारा प्रथम सुनवाई दिनांक 30 मई 2023 नियत की गई थी जिसमें सचिव एवं रोजगार सहायक के द्वारा अपने हिस्से की वसूली राशि जमा कर दी गई है एवं उक्त नोटिस में वर्तमान सरपंच श्रीमती प्रीति सिंह का नाम उल्लेख था जिनके कार्यकाल का कोई काम व जांच आरोप नहीं थे उन्होंने सीईओ जिला पंचायत के समक्ष उपस्थित होकर अपना जवाब प्रस्तुत किया और जिसके आधार पर पूर्व सरपंच तिहारू कोल के ऊपर राशि वसूली का आदेश संशोधित कर जारी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि शिकायतकर्ता की शिकायत पर जो कार्यवाही की गई है वह प्रशासन द्वारा प्रशंसनीय है परंतु ग्रामीणों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि शिकायतकर्ता उपसरपंच द्वारा अपने ही समर्थक पूर्व सरपंच तिहारू कोल के कार्यकाल में हुए निर्माण कार्यों का जांच करा कर दोषी साबित करा दिया है जो शिकायतकर्ता के ही समर्थक सरपंच रहे हैं और साथ में प्रमुख सहयोगी के रुप में रहकर समस्त कार्यों को देखरेख करते थे जिन से लाभ भी प्राप्त किया होगा या यू कहना चाहिए कि इन्हीं के संरक्षण में 7 वर्ष का कार्यकाल गुजरा फिर इस शिकायत की आवश्यकता इन्हें क्यों पड़ी…?