अतिथि शिक्षक अकांछा शुक्ला एवम अखिलेश त्रिपाठी ने खट खटाया हाई कोर्ट का दरवाजा

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*अतिथि शिक्षक अकांछा शुक्ला एवम अखिलेश त्रिपाठी ने खट खटाया हाई कोर्ट का दरवाजा* घनशयाम शर्मा

अनूपपुर प्राप्त जानकारी के अनुसार अतिथि अध्यापक आकांक्षा शुक्ला एवं अखिलेश त्रिपाठी ने हाईकोर्ट में एक पेटी शानदार करते हुए अपनी मांग रखी थी कि हर वर्ष जो नए अतिथियों की भर्ती की जाती है वह भर्ती रोते हुए जब तक नियमित अध्यापकों की भर्ती नहीं होती है तब तक इन्हीं अतिथियों को अवसर दिया जाए ज्ञात होगा कि इस वर्ष ट्राइबल विभाग एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के अतिथि अध्यापकों के लिए एक नोटिफिकेशन जारी कर फार्म भरवाया गया था जिसमें 20 नंबर का इंटरव्यू ही रखा गया था लेकिन बाद में इंटरव्यू को काट दिया गया जिस से लेकर अतिथि अध्यापकों में काफी नाराजगी रही जिसको लेकर अनूपपुर के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के अध्यापक एवं अध्यापिका आकांक्षा शुक्ला एवं अखिलेश त्रिपाठी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अपनी पिटीशन दायर की उन्होंने कहा कि अध्यापकों की अध्यापकों का यहां नहीं हो जाता है तो तब तक बार-बार अतिथि अध्यापकों को बदलना उचित नहीं है इसी को देखते हुए चीफ जस्टिस हनी मासूमियत ने आदेश देते हुए ट्राईबल विभाग को आदेश किया है कि जब तक नियमित शिक्षकों की भर्ती ना हो तब तक अतिथि अध्यापकों को विद्यालय से ना निकाला जाए *हाईकोर्ट से हुआ अनूपपुर कलेक्टर को आदेश*
चीफ जस्टिस ने अपने प्रतिलिपि में अनूपपुर कलेक्टर को भी संज्ञान में लेते हुए बताया है कि इन अतिथियों को विद्यालय में रखा जाए जब तक नियमित विद्यार्थी मित्र अध्यापन नहीं आते हैं तब तक इन अतिथि अध्यापकों को विद्वानों को स्कूल से ना निकाला जाए इनकी सेवाएं ली जाए
*हाईकोर्ट के विद्वान अधिवक्ता दीपक पांडे ने की थी पैरवी*
दीपक पांडे ने अपनी दलील रखी अतिथि अध्यापकों को बदलना उचित नहीं

Avinash Sharma
Author: Avinash Sharma

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