शारदा स्कूल ऑफ नर्सिंग समेत तीन अन्य इंस्टिट्यूट कॉलेज में सीबीआई की छापामार कार्यवाही

Share this post

शारदा स्कूल ऑफ नर्सिंग समेत तीन अन्य इंस्टिट्यूट कॉलेज में सीबीआई की छापामार कार्यवाही

अनूपपुर/ जिला मुख्यालय अनूपपुर में मंगलवार 20 जून 2023 की अलसुबह सीबीआई ने नर्सिंग स्कूल में दबिश दी। इससे पूरे जिले में हड़कंप की स्थिति है। सीबीआई की टीम नर्सिंग कॉलेजों के दस्तावेज खंगाल रही है।जानकारी के अनुसार सीबीआई टीम ने 20 जून को सुबह जिला मुख्यालय स्थित शारदा स्कूल ऑफ नर्सिंग इंस्टिट्यूट में छापेमारी की है। इसी के साथ ही जिले में स्थित और दो नर्सिंग कॉलेज में सीबीआई की कार्रवाई चल रही है। एकसाथ तीन नर्सिंग कॉलेज में छापे से पूरे जिले में हड़कंप की स्थिति है। बताया जाता है कि नर्सिंग कॉलेजों में गड़बड़ी के कारण सीबीआई ने छापा मारी है। टीम में शामिल अधिकारी कॉलेजों में मान्यता से संबंधित दस्तावेज की जांच पड़ताल कर रही है। समाचार के लिखे जाने तक कार्रवाई जारी हैं।

ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश के 275 कॉलेज में 75 कॉलेज में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। इसी कड़ी में जिले के 3 नर्सिंग कॉलेज में गड़बड़ी की शिकायत पर जांच चल रही है। प्रदेश के अधिकतर जिलों में नियमों का पालन किए बिना नर्सिंग कॉलेज चल रहे हैं। मापदंड के अनुरूप कॉलेजों में सुविधा और संसाधन नहीं है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उच्च न्यायालय में शिकायत प्राप्त हुई थी जिसके आधार पर जांच के आदेश हुए हैं जिस पर अमल करते हुए सीबीआई की टीम ने प्रदेश भर में कार्यवाही करेगी।

उल्लेखनीय है कि जिला ही नहीं पूरे प्रदेश भर में नर्सिंग कॉलेज, पैरामेडिकल कॉलेज, कंप्यूटर कॉलेज एवं इस तरह के अनेकों समकक्ष कोर्स विभाग के इंस्टिट्यूट जो कहीं ना कहीं से मान्यता लेकर के कुकुरमुत्ता की तरह उग आए हैं कहीं भी किराए का कमरा लेकर के बड़ा सा बोर्ड लगाकर कालेज का डायरेक्टर बताते हुए बाकायदा छात्रों के भविष्य के साथ छेड़छाड़ व खिलवाड़ करने से नहीं चूक रहे है। कई इंस्टिट्यूट में तो छात्र-छात्राओं ने एडमिशन ले लिया और पता चलता है कि उस इंस्टिट्यूट का अभी तक रजिस्ट्रेशन ही नहीं हुआ जिसके कारण 1- 1,2- 2 वर्ष का विलंब के कारण छात्र-छात्राओं के भविष्य में खतरा मंडराने लगता है और वास्तव में इंस्टिट्यूट परिसर में प्रयोगशाला,खेल मैदान एवं अन्य जो भी संसाधन शासन द्वारा निर्धारित की गई है वह किसी भी प्रकार की उपलब्ध नहीं रहती और एक छोटे से ही कमरे में इनका महाविद्यालय संचालित हो करके शिक्षा प्रदान कर देते हैं जहां फैकल्टी की बात करें वहां दो या तीन फैकल्टी ही पूरे फोर्स को पूर्ण करा देते हैं ऐसे में छात्र-छात्राओं का भविष्य कैसे उज्जवल होगा न्यायालय एवं शासन प्रशासन की कार्यवाही छात्र हित में सराहनीय पहल साबित होगा।

Bhupendra Patel
Author: Bhupendra Patel

Facebook
Twitter
LinkedIn

Related Posts

error: Content is protected !!