आईजीएनटीयू के शराबी लिपिक का शर्मनाक हरकत महिला से छेड़छाड़ और पति बेटे से मारपीट मामला दर्ज
अनूपपुर /हमेशा सुर्खियों में रहने वाला इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक एक बार फिर विवादों में आया हैं जहां गत रात्रि विश्वविद्यालय के लिपिक की शर्मनाक हरकत करते हुए विश्वविद्यालय के सामने संचालित किराने की दुकान पर बैठी महिला से अभद्रता करते हुए कपड़े खींचे। बेटे व पति से मारपीट की शिकायत पर मामला अमरकंटक थाने में दर्ज हुआ हैं। महिला ने बताया कि लिपिक शराब के नशे में सिगरेट लेने के लिए पहुंचा था। जहां महिला और उसके बेटे ने दूसरी बार सिगरेट नहीं दिया जिस पर लिपिक मारपीट करने लगा जिसका विरोध महिला ने किया तो उसके साथ भी मारपीट कर दी। इसके बाद भाग निकला। महिला ने बुधवार- गुरूवार रात्रि 1.30 बजे अमरकंटक थाने में मामला दर्ज कराया है। वहीं विवि प्रबंधन का एक ही जवाब है- हमें इसकी जानकारी नहीं है,मामले का पता कराते हैं।
इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय में पदस्थ लोवर डिवीजन कर्लक रोहित यादव शराब के नशे में मुख्य द्वार पर संचालित एक किराने की दुकान में पहुंचा। यहां दुकान में मौजूद महिला से सिगरेट की मांगी। महिला ने सिगरेट दी। कुछ देर बाद रोहित ने एक और सिगरेट मांगी। महिला ने कहा कि सिगरेट खत्म हो गई। लिपिक गाली-गालौज करने लगा, महिला दुकानदार के विरोध करने पर सीधे दुकान के काउंटर पर चढ़ गया। महिला का दुपट्टा पकड़कर खींच लिया। महिला के चिल्लाने पर लोग बीच-बचाव करने पहुंचे। लोगों के पहुंचने पर लिपिक जान से मारने की धमकी देकर भाग निकला।महिला उसके पति और बेटे ने अपने साथ हुए घटनाक्रम की जानकारी अमरकंटक थाना पहुंचकर दी। इसके बाद पुलिस ने लिपिक रोहित यादव पर मामला दर्ज किया। विश्वविद्यालय के कई प्रोफेसरों पर पहले भी गंभीर मामले अमरकंटक थाने में दर्ज हैं। पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस व विश्वविद्यालय प्रबंधन ने कठोर कार्रवाई नहीं की तो आरोपी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है।
अतरिक्त पुलिस अधिक्षक अभिषेक राजन ने कहां कि मामले को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जिले में अंशाति फैलाने वाले गुंडे व बदमाशों को छोड़ा नहीं जाएगा। पुलिस विवेचना कर रही है, कार्यवाही अवश्य की जाएगी।
इंगाराजवि के जनसर्म्पक अधिकारी- विजय दीक्षित ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी अभी नहीं है, प्रबंधन के पास जैसे ही जानकारी आती है, कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को भेजे जाएगा।