*जेई श्री सुख बदन विश्वकर्मा को मिला अभय दान अभी कुछ दिन पूर्व ही माननीय मुख्यमंत्री एवं सम्मानीय प्रधानमंत्री महोदय के आगमन के बात को लेकर जेई बुढार
श्री सुख बदन विश्वकर्मा को एस ई शहडोल के द्वारा डिवीजन अटैच किया गया था परंतु अब सुनने में यह आ रहा है कि डी ई शहडोल के द्वारा जेई श्री सुख बदन विश्वकर्मा से ₹100000 लेकर और एस सी साहब के चरण वंदन करने के लिए 25000 दक्षिणा एवं पूर्ण चढ़उत्तरी ₹100000 श्री विश्वकर्मा जी के द्वारा देकर और अधिकारियों से संरक्षण प्राप्त एवं अभय दान प्राप्त हो रहा है अब देखना यह है कि क्या इसी तरीके से भ्रष्टाचार होता रहेगा या फिर नियम अनुसार डिवीजन अटैच होने के बाद कार्यवाही होगी अभी तक तो सुनने में या आ रहा था कि डी ई शहडोल के यहां जितने भी आवेदन देते हैं लोग जेई श्री सुख बदन विश्वकर्मा के खिलाफ उस पर किसी प्रकार से कार्यवाही नहीं होती और लीपापोती हो जाती है इससे तो यही साबित होता है कि श्रीमान डी ई शहडोल के द्वारा भी संरक्षण प्राप्त है पूर्व में तो सी ई साहब के द्वारा संरक्षण प्राप्त होने की बात कही जा रही थी परंतु अब तो यह साबित होते दिख रहा है कि श्रीमान जेई श्री सुख बदन विश्वकर्मा डंके की चोट पर बोल रहे हैं कि मैं ₹100000 का मिठाई वरिष्ठ अधिकारियों को चढ़ाया हूं तो फिर मेरा क्या होगा मैं फिर से बुढार में वापस आऊंगा और फिर से कमआने के बाद ही जाऊंगा और श्रीमान जेई साहब बुढार जिस दिन से डिवीजन अटैच हुए हैं उस दिन से भी लगातार बुढार में ही बने हुए हैं और बताया यह जा रहा है कि उनको बुढार में ही रहने को बोला गया है और जितनी पूर्व की वसूली बची है उसको भी वसूल कर भ्रष्टाचार करना है जिस दिन से डिवीजन अटैच हुए हैं एक भी दिन ऐसा नहीं है जिस दिन उनको बुर्हार में ना रखा गया हो श्री विश्वकर्मा जी के द्वारा लगातार भ्रष्टाचार किया जा रहा है एवं कुछ जनप्रतिनिधि एवं क्षेत्र की जनता के द्वारा जल्द ही सम्मानीय न्यायालय के समक्ष दिए गए आवेदनों की कॉपी सहित पक्ष रखा जाएगा कि किस आधार पर यह भ्रष्टाचार होने के बाद भी वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा किसी प्रकार से जांच नहीं की जा रही और अगर कहीं से जांच के लिए कोई कागज आता है तो उसमें निष्पक्ष जांच ना कर कार्यालय में ही जांच पूर्ण करा और लीपापोती करके वापस भेज दिया जाता है जल्द ही माननीय न्यायालय के समक्ष भी रखा जाएगा
