घनश्याम शर्मा की रिपोर्ट
*बी.आर सी बुढार क्षेत्र में 4 करोड़ हुआ घोटाला उच्च स्तरीय जांच की मांग*
*जनपद शिक्षा केंद्र बुढार के संचालक बीआरसी के अधिकारी अपने मन मुताबिक प्री प्राइमरी स्कूल ,प्राथमिक विद्यालय और माध्यमिक विद्यालयों में संचालित किए जाने वाले वित्तीय नियमों के विरूद्ध आहरण भुगतान किया गया है फंड को अपने मन मुताबिक अपने चहेते का फर्म के नाम से बिल लगाकर वित्तीय फंड को तरह-तरह के माध्यमों से निकलवा लिए गए शिक्षकों को अपने पद की धौश दिखा कर एस्टीमेट बनवाकर वित्तीय फंड को निकाल लिया जाता है फिर शुरू होता है मैनेजमेंट का खेल आखिरकार सरकारी कोष को विभिन्न- विभिन्न बिलों के माध्यम से बिल को निकाल लिया जाता है जैसे कि खिलाड़ियों के लिए स्पोर्ट्स का समान ,स्टेशनरी का सामान, विद्यालयों की मेंटेनेंस इस प्रकार के काम विद्यालयों में अपनी बीआरसी के अधिकारी सत्र 20 – 21, एवं 21-22 व 22-23 सत्र में अभी तक लगभग 4 करोड़ का घोटाला हो चुका है लेकिन अधिकारियों के संरक्षण में बीआरसी के अधिकारी नजर आते हैं अगर उच्च कमेटी उच्च स्तरीय जांच करे तो एक- एक बिल का भुगतान चेक करें 3 तीन सत्रों के और स्कूलों में भी पता करें कि यह सामान मुहैया हुआ है और हुआ है तो गुणवत्ता विहीन समान का पहुंचा है कि नहीं तो पूरी पोल खुले लगेगी बुढार के बीआरसी में लगभग 450 स्कूलों का संचालन बीआरसी के अधिकारी करते हैं स्कूलों की लगभग डेढ़ सौ शिकायतें अभी तक हो चुकी है की बीआरसी के अधिकारी की अपने पद की धौंस दिखाकर शिक्षकों से सिग्नेचर करवा लेते हैं इतना बड़ा घोटाला आखिरकार कैसे कर ले गए कुछ अधिकारी क्या उच्च अधिकारियों के टेबल पर भी कमीशन पहुंच रहा है अगर उच्च स्तरीय जांच की जाती है अधिकारी जेल की हवा भी खा सकते हैं*
