लखनपुर-पचरीपानी के बैगा आदिवासी समुदाय आज भी सड़क पुलिया को मोहताज
मंत्री,सरपंच और समाजसेवी के पत्राचार के बावजूद नहीं जागा प्रशासन
अनूपपुर/जिले के जैतहरी जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत लखनपुर के अगरियानार से पचरीपानी मोहल्ला पहुंचने के लिए ना तो सड़क है और नाही पुलिया पगडंडी मार्ग में पैदल कीचड़ में आवागमन होता है और साथ ही मार्ग में पडने वाली नदी नाला जिसमें पुलिया नहीं होने के कारण जान जोखिम में डालकर पार करने को मजबूरहैं। इस मोहल्ले में लगभग 20 से 30 परिवार बैगा,गोंड जाति के आदिवासी समुदाय निवास करते हैं जो लगभग यहां 70 वर्ष से बसे हुए हैं और वर्तमान विकास के दौर में भी सड़क पुलिया को मोहताज हैं।
सरपंच के आवेदन पर मंत्री ने सीईओ जिला पंचायत को लेख किया था पत्र
ग्राम पंचायत लखनपुर के सरपंच द्वारा अनूपपुर के क्षेत्रीय विधायक एवं मध्य प्रदेश शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह को आवेदन के माध्यम से अवगत कराया था की हमारे ग्राम पंचायत क्षेत्र के अगरियानार से पचरीपानी पहुंच के लिए मार्ग एवं पुलिया की आवश्यकता है जहां पर वर्षों से बैगा गोंड आदिवासी समुदाय बसा हुआ है जिन्हें वर्षा ऋतु में खासकर आवागमन में बाधा उत्पन्न होता है जिस पर क्षेत्रीय विधायक मंत्री ने 31 जनवरी 2021 अर्थात 2 वर्ष पूर्व संज्ञान लेते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनूपपुर के नाम तत्काल कार्यवाही हेतु सुविधा मुहैया कराए जाने के लिए पत्राचार किया था जो आज भी ठंडे बस्ते में नजर आ रहा है।
वरिष्ठ समाजसेवी शशिधर अग्रवाल ने भी की पत्राचार
अनूपपुर जिला मुख्यालय में स्थापित वरिष्ठ समाजसेवी एवं वन्यजीव संरक्षक पत्रकार शशिधर अग्रवाल ने 4 मई 2023 को श्रीमती प्रीति रमेश सिंह अध्यक्ष जिला पंचायत अनूपपुर के नाम पत्र लिखकर प्रतिलिपि कलेक्टर अनूपपुर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनूपपुर को प्रेषित किया गया था जिसमें उल्लेख है कि लखनपुर पंचायत के अगरिया नगर से बैगा बाहुल्य पचरीपानी टोला तक सड़क एवं पुल निर्माण कराया जाए। उक्त ग्राम जिला मुख्यालय से मात्र 15 किलोमीटर दूर है जहां पर बैगा गोंड आदिवासी समुदाय लगभग 60-70 वर्षों से रह रहे हैं जो मजदूरी व अन्य कार्य करते हैं यह क्षेत्र वन जंगल से चारों ओर घिरा हुआ है जो आज भी सड़क व अन्य सुविधाओं से वंचित है इस टोला के लिए पूर्व मध्य से वन विभाग का कच्चा रास्ता है अभी तक यहां पहुंचने के लिए सड़क का सर्वेक्षण एवं स्वीकृत नहीं हो सका है बरसात के समय इनका आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाता है जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना इनके साथ घट सकती है। ग्रामीणों द्वारा पूर्व में कई बार जिले के जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन से इस संबंध में पत्राचार किया गया है परंतु आज दिनांक तक किसी प्रकार की सार्थक कार्यवाही नहीं की गई। उक्त सुविधाओं को प्रदान करने हेतु आवश्यक कार्यवाही के लिए अनुरोध किया गया है।