मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना को लेकर भाजयुमो अध्यक्ष ने की प्रेस वार्ता
अनूपपुर / जिला भाजपा कार्यालय में भारतीय जनता युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष रवि राठौर ने पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना दिनांक 4 जुलाई २०२३ को भोपाल के रविन्द्र भवन से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस योजना को लॉन्च किया एवं कर्मठ युवाओं के लिए प्रगति के नए द्वार को खोला |भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने प्रदेश में लगातार युवाओं को सशक्त एवं समृद्ध करने के लिए कदम उठाये हैं, चाहे वह स्वरोजगार मेलों के माध्यम से स्वरोजगार उपलब्ध करवाने की बात हो चाहे युवा नीति के माध्यम से युवाओं के कल्याण की बात हो, हरसंभव प्रयास सरकार ने युवाओं के हित को ध्यान रखकर किये हैं।
योजना के उद्देश्य – यह योजना “लर्न एंड अर्न” शैली पर आधारित है और इससे प्रदेश के युवाओं को अपने कौशल में दक्ष होने के अवसर प्राप्त होंगे। पढाई समाप्त होते ही युवाओं के पास अपने कौशल को निखारने का और साथ ही साथ पैसे कमाने का अवसर होगा |यह क्रांतिकारी योजना युवाओं को बैसाखी पर चलना नहीं, अपने पैरों पर खड़ा होना सिखाएगी। यह योजना युवाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाएगी।
कांग्रेस सरकार ने युवाओं को हमेशा ठगने का काम किया है। कभी बेरोजगारी भत्ते के नाम पर ठगा तो कभी ढोर चराने, ढोल बजाने के नाम पर लगा। वहीं भाजपा सरकार ने युवाओं को हर क्षेत्र में नित नये अवसर देकर उन्हें सशक्त बनाया है। आज मप्र युवाओं के हुनर से आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की ओर कदम बढ़ा रहा है। इस योजना से बारहवीं, 111, डिप्लोमा,ग्रेजुएशन सभी वर्ग के युवाओं को कार्य सीखने और कमाने का अवसर प्रदान करने का प्रावधान है।योजना की पात्रता की बात करें तो 18 से 29 वर्ष के युवा इस योजना के लिए पात्र होंगे। शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आईटीआई उसमें उच्च होगी।
प्रशिक्षणार्थियों को मासिक रूप से 8 से 10 हजार रुपये स्टाइपेंड के रूप में देने का प्रावधान है। जिसका विभाजन इस प्रकार है: 12वी उत्तीर्ण छात्र का 8 हजार, आईटीआई उत्तीर्ण छात्र को 8500, डिप्लोम उत्तीर्ण को 9 हजार एवं स्नातक उत्तीर्ण एवं उच्च शैक्षणिक योग्यता को 10 हजार रूपए स्टाइपेंड प्राप्त होगा। सीखो कमाओ योजना की आधिकारिकवेबसाइटmmsky.mp.gov.in पर जाकर युवा आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि ३० जुलाई २०२३ है।प्रेस वार्ता मे भाजपा जिला महामंत्री जितेन्द्र सोनी, जिला कार्यालय मंत्री चन्द्रिका द्विवेदी शामिल रहे।