बुढार।=।कभी साईकिल की दुकान से सफर शुरू करने वाले जेठवानी ने सायकिल का ऐसा पैडल घुमाया अब शासकीय जमीन में खुर्द-बुर्द कर रहा है।शहर में चर्चा का विषय बना खसरा क्रमांक 129 में वरिष्ठ अधिकरियों से लेकर नजूल के जिम्मेदारों ने ऐसा खेल किया है कि उक्त भूमि का रकवा लगभग 10 एकड़ से ऊपर का है जो आज शहर के पूंजीपतियों और भूमाफियाओं की भेंट चढ़ गया है। कभी व्यवसाय में छोटी दुकान के लिए आबकारी व अन्य विभागों की नोटिस को बरगलाते-बरगलाते सायकिल की दुकान तक पहुंच हुई । हलाकि यहाँ भी जेठवानी ने शासन को चूना लगाने की कोशिश की किंतु इस चोरी को विभाग की छापेमार कार्यवाही ने पूरे शहर में इनके कारनामो को उजागर कर दिया।धीरे-धीरे मूल स्थान से पलायन कर कालेज तिराहे में अपना मंजर तय तय किया और इसी दुकान के आगे शासकीय भूमि पर खेल कर अब बाउंड्रीवाल बनाकर झोपड़ी तनकर कब्जा किया जा रहा है।जिसमें तहसील के आलाकमान व शहर के चुनिंदा भूमाफियाओं ने खेला किया है। नगरपालिका और जिला प्रशासन अगर इस ओर ध्यानाकर्षित करें तो पूरा माजरा समझ आ जाएगा हो सकता है कि पार्क के लिए खाली कराई गई जमीन के बाद नगरपालिका को किसी अन्य प्रयोजन के लिए भूमि मिल जाए।
