भ्रष्ट सचिव मनोज पटेल का नया करामात भगतबांध में रेत के स्थान पर डस्ट से बना रहा पुलिया
रेत का क्रय विक्रय बंद फिर भी चोरी का बालू या कुछ भी मिलाकर करो अंत…?
अनूपपुर/जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर एवं जिले के जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत हर्री के ग्राम भगत बांध में भ्रष्ट सचिव मनोज पटेल जो हमेशा ही कुछ वर्षों से अपनी विवादास्पद छवि एवं करप्ट रवैया को लेकर काफी सुर्खियां बटोरते चले आ रहे हैं और इसी क्रम में इनका एक और करामात देखने को मिला है, इनके निर्माण स्थल ग्राम के ग्रामीणों द्वारा ही उक्त वीडियो बनाकर हमें समाचार हेतु प्रेषित किया गया है जिसमें साफ दिख रहा है की किस कदर इस स्वेच्छाचारी भ्रष्ट सचिव मनोज पटेल के द्वारा रेत और बालू के स्थान पर गिट्टी का चूरा यूं कहें डस्ट को मिला करके पुलिया निर्माण किया जा रहा है।
तकनीकी प्राक्कलन विरुद्ध हो रहा निर्माण कार्य
राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी के तहत लगभग लागत 15 लाख रुपए से निर्मित होने वाली पुलिया निर्माण में सचिव मनोज पटेल के द्वारा तकनीकी प्राक्कलन को ताक में रखकर गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य कराया जा रहा है जिसमें पंचायत के सरपंच एवं उपसरपंच का भी बहुमूल्य योगदान साबित हो रहा है इनके द्वारा उक्त निर्माण कार्य में इस कदर निम्न कोटि की मटेरियल का प्रयोग किया जा रहा है जिससे उक्त पुलिया मात्र ₹5 लाख में ही बनकर निर्मित हो जाएगा और बाकी की राशि इनके तकनीकी साथियों के द्वारा मिलकर अपने निजी उपयोग में उपभोग कर लिया जाएगा।
अमानक पदार्थों का पुलिया निर्माण में हो रहा प्रयोग
करप्ट सचिव मनोज पटेल के द्वारा स्थानी बाहुबली कुछ नेताओं के सह पर शासन द्वारा जनहित योजना के तहत मनरेगा से पुलिया निर्माण हेतु राशि आवंटित किया जाता है ताकि ग्रामीणों को मार्ग में आवागमन में सहायता प्राप्त हो सके परंतु इस तरह के सचिव और जनप्रतिनिधियों के द्वारा पुलिया निर्माण में निम्न कोटि की सीमेंट,गिट्टी के नाम पर चूर्ण,सरिया के स्थान पर पतले पतले राड वह भी लंबी दूरी पर तथा प्रमुख रेत बालू वर्तमान समय में क्रय विक्रय बंद होने के कारण इनके द्वारा बजरी का डस्ट धूल युक्त मटेरियल में मिलाकर के राशि हड़पने के चक्कर में लीपापोती करने में लगे हुए हैं।
2 पंचायतों का प्रभार मचा रखा भ्रष्टाचार
सचिव मनोज पटेल अपने भ्रष्टाचारी रवैया के कारण ग्राम पंचायत बकेली से लड़ाई झगड़ा करके भगाए गए फिर इनकी पदस्थापना ग्राम पंचायत पिपरिया में हुई और अतिरिक्त प्रभार में इन्हें पुनः हर्री पंचायत प्राप्त हुआ इनके द्वारा लगातार पिपरिया में भी पीसीसी निर्माण नाली निर्माण आंगनबाड़ी निर्माण में चोरी के रेत से कार्य कराया गया जिस पर भी अंकुश नहीं लगा और अब ग्राम पंचायत हर्री के भगत बांध में इनके द्वारा पुलिया निर्माण कार्य में रेत बालू के स्थान पर डस्ट को मिला करके ही इतिश्री करने में लगे हुए हैं।
जनपद स्तर से मिलीभगत की बू
क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा लगातार दोनों पंचायतों के मामलों में निर्माण कार्य को लेकर भृष्ट सचिव मनोज पटेल के बारे में निर्माण स्थलों की फोटो वीडियो एवं प्राक्कलन के विषय में बताया जाता रहा और जिसे समाचार पत्र के माध्यम से लगातार खबर प्रकाशित की गई और संबंधित अधिकारियों को भी इस ओर ध्यान आकर्षित कराया गया परंतु इस और जनपद स्तर से किसी भी दायित्व वान अमला का ध्यानाकर्षण ना किया जाना मिलीभगत की बू पैदा कर रही है यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा की बिना जनपद स्तर के तकनीकी अधिकारियों के सहयोग बिना सचिव सरपंच के द्वारा कार्य संपादित कर दिया जाए क्योंकि जब तक मूल्यांकन नहीं होगा मापदंड के अनुरूप मटेरियल प्रयोग का राशि अंकित नहीं किया जाएगा तब तक उक्त निर्माण कार्य का पैसा निर्माण एजेंसी प्राप्त नहीं कर सकती।
इनका कहना है: –
इस संबंध में हमें आपसे जानकारी प्राप्त हुई है अगर ऐसा निर्माण कार्य में किया जा रहा है तो मैं तकनीकी अधिकारी को भेजकर जांच करा कर अवश्य कार्यवाही करूंगा।
वीरेंद्र मणि मिश्रा (सीईओ)
ज.पं. जैतहरी जिला अनूपपुर