जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार करने को मजबूर यात्री अन्य व्यवस्थाओं का टोटा और आरपीएफ कर रहे परेशान
हरद स्टेशन में फुट ओवर ब्रिज बनवाने सांसद व मंत्री से क्षेत्रवासियों ने लगाई गुहार
इंट्रो – आम जनता की सुविधा के लिए ही पुलिस विभाग बनाया गया है लेकिन जब यही पुलिस आम जनता को परेशान करे तो फिर उसका क्या काम। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही रेलवे विभाग द्वारा आरपीएफ जवान की भर्ती की गई है लेकिन इनके द्वारा यात्रियों को बेफिजूल परेशान किया जाता है। जिन्हे जनता की टैक्स से प्रतिमाह सैलरी मिलती है उन्हें ही आंखे तरेर रहे हैं। हरद रेलवे स्टेशन में यात्रियों को किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी जाती है।
अनूपपुर। जिला मुख्यालय एवं अनूपपुर रेलवे जंक्शन के समीप स्थित हरद रेल्वे स्टेशन में हजारों की संख्या में नन्हें-मुन्हें छोटे बच्चे, बुजुर्ग महिलाएं प्रतिदिन अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं लेकिन यात्रियों को हो रही परेशानी से रेलवे प्रशासन अंजान बना हुआ है। हरद रेलवे स्टेशन में न तो ठीक से पानी और न ही किसी अन्य सुविधा है। रोजाना हजारों यात्री यहां आते हैं लेकिन यात्रियों की सुविधा के लिये कोई प्रयास नहीं है।अगर बात करें ओवर ब्रिज की तो यहां प्लेटफार्म एक से दो में आने के लिये ओवर ब्रिज बना है लेकिन प्लेटफार्म संख्या दो से बाहर की ओर आने के लिये कोई भी ओवर बिज नहीं बनाया गया जहां से रोजाना सैकडो यात्री को ट्रेन के नीचे से होकर आना पड़ता है। यात्रियों को एक बात की डर हमेशा बनी रहती है कि कहीं किसी कुछ बड़ी दुर्घटना न हो जाये।
यह है आसपास के गांव जहां के करते हैं सफर
जानकारी अनुसार हरद रेल्वे स्टेशन में आसपास के गांवो में जमुना, लतार, परासी, छोहरी, तितरी पोड़ी वा कई गांव से आने वाले लोग अपनी यात्रा की शुरूआत करते हैं। लेकिन यहां किसी भी प्रकार की सुविधा न होने से वह नाराज दिखाई पड़ते हैं यात्रियों को मजबूरन खराब लाल पानी पीना पड़ता है जिससे वह बीमार हो जाते हैं। अगर वह यह पानी नहीं पीते तो उन्हें हरद रेलवे से अनूपपुर तक प्यासे ही आना पड़ता है और तब कहीं जाकर अनूपपुर रेलवे स्टेशन में उन्हें शुद्ध व स्वच्छ पानी मिल पाता है।
कहीं हो न जाये मौत
हरद रेल्वे स्टेशन में रोजाना हजारों यात्री अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं लेकिन रेल्वे स्टेशन में फुट ओवर ब्रिज न होने के कारण रेल्वे स्टेशन में आने के लिए यात्रियों को ट्रेन के नीचे से निकलकर आना पड़ता है जिससे खतरे का अंदेशा हर दिन बना रहता है। कभी कभार तो उन्हें चोट भी लग जाती है लेकिन अब करें भी तो क्या करें। अगर इस बारे में वहां के स्टेशन मास्टर को बताया जाता है तो वह यह कहकर चुप हो जाते हैं कि हम क्या करें। विभाग के कर्मचारी भी इस ओर अपने उच्चाधिकारी को किसी प्रकार की जानकारी नहीं देते है।
पानी की समस्या
ज्ञात हो कि हरद रेल्वे स्टेशन में दो हैण्डपंप लगे हैं लेकिन वह भी रिपेयरिंग न करने से उसमें से भी लाल पानी निकलता है जिसे यात्री पीने को मजबूर है। यात्रियों द्वारा बताया गया कि कुछ दिनों पूर्व ही नया बोर लाखो रूपए का खर्च कर किया गया था लेकिन वह बोर का पानी भी पीने योग्य नहीं। उस पानी की जब जांच की गई तो वह पानी पीने योग्य नहीं बताई गई। अब दूषित पानी को पीएं तो कैसे लेकिन मजबूरन यात्रियों को यह पानी भी पीना पड़ता है।
नहीं है व्यवस्थाएं
बताया गया कि हरद रेलवे स्टेशन में यात्रियों के लिये बैठने तक की व्यवस्था नहीं है कुछेक हैं तो वह भी टूटे हुये अब टूटे हुये में बैठे तो टे कैसें। लोगों को मजबूरन यहां से वहां बैठकर ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है जिससे वह काफी नखुश नजर आते हैं। हरद रेलवे स्टेशन में अगर कोई यात्री रात में सफर करके आता है तो वहां जरा सावधान होकर क्योंकि कभी भी कुछ हो सकता है। रेलवे स्टेशन में लाईट की व्यवस्था ठीक नहीं है, बाहर की ओर आने के लिये एक भी लाईट नहीं लगाएं गए और न तो रेलवे में ठीक रूप से लाइट की व्यवस्था की गई।
आरपीएफ जवान कर रहा यात्रियों को परेशान
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे विभाग द्वारा आरपीएफ जवान को हरद रेलवे स्टेशन में तैनात किया गया लेकिन जवान द्वारा मजबूरी में पटरी पार करने वाले आम यात्रियों को परेशान किया जाता है और उनसे गाली गलौज तक की जाती है। इस तरह अपने पद का दुरपयोग किसी भी आरपीएफ जवान को नही करनी चाहिए। लोगो ने बताया कि आरपीएफ जवान द्वारा उनकी मजबूरी का फायदा उठाकर उनका फोटो भी खीच ली जाती है। अब देखना यह होगा कि आरपीएफ विभाग के बैठे जिम्मेदार क्या कार्यवाही करते है या फिर आरपीएफ जवान को संरक्षण प्रदान करता है।
फुट ओवर ब्रिज बनाने की मांग
हरद रेलवे स्टेशन के समीप आसपास के दर्जन भर गांव के लोगों द्वारा सांसद हिमाद्रि सिंह व खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह से इस परेशानी से निजात पाने के लिए फुट ओवर ब्रिज बनवाने की मांग की हैं। कई बार विभिन्न संगठन द्वारा ज्ञापन विभाग द्वारा दिया गया लेकिन अब इस ओर कोई भी सुनवाई नहीं की गई। अब लोगो ने सांसद हिमाद्रि सिंह व खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह से उम्मीद की है की वह इस ओर कोई पहल करें।