बंदूक के साए में जारी है अवैध रेत की निकासी*

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  • *बंदूक के साए में जारी है अवैध रेत की निकासी*

अविनाश शर्मा

*प्रशासन बना गांधारी , शाहिद – सुजीत बने दुर्योधन – दु:शासन*

*अंधेरा होते ही शुरू हो जाता है सोन का चीरहरण , सुनहरी रेत पर माफियाओं की नजर*

बुढार । हमेशा अवैध रेत के उत्खनन के लिए कुख्यात बुढार थानाक्षेत्र के ग्राम जरवाही का बटली घाट इन दिनों फिर से सुर्खियों में है , जिले में रेत का ठेका न होने और बाजार में रेत की मांग को माफियाओं ने अवसर में बदल दिया है और अवैध रेत के खनन में अपना भाग्य आजमाना प्रारंभ कर दिया है , अवैध रेत के इस खेल से होने वाली आकूत कमाई ने अपराधियों को अपनी ओर आकर्षित किया है ।

*दहशत के साए में जीने को मजबूर ग्रामीण*
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि रात के अंधेरे में होने वाले रेत के इस अवैध कारोबार ने ग्रामीणों का जीवन दूभर कर दिया है , रात में पूरे गांव में हथियारबंद अपराधियों की चहलकदमी रहती है , यदाकदा अगर प्रशासन को कार्यवाही का दिखावा करना होता है तो स्थानीय ग्रामीणों के घरों में खड़े हुए वाहनों को थाने में ले जाकर झूठे मुकदमे बनाए जाते हैं ।

*खनिज ,वन विभाग और स्थानीय थाने की भूमिका संदिग्ध*
रेत के इस कारोबार में कोयलांचल के कबाड़ माफिया , कोयला माफिया और शराब के कारोबारी भी उतर चुके हैं , बड़े स्तर तक सेटिंग होने का दावा करने करने वाले माफियाओं की बेखौफी कई सवालों को जन्म देती है ।

APR NEWS
Author: APR NEWS

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