खबर का असर छात्रों के पेट भूख पर डांका मारने वाला अधीक्षक हुआ पद से पृथक
अनूपपुर /जिले के शासकीय सीनियर आदिवासी बालक छात्रावास चोलना के छात्रो को भरपेट भोजन नही देने तथा भोजन में रोटी नही देने तथा मांगने पर घर चले जाने की धमकी दिए जाने के साथ ही 50 बच्चों की उपस्थिति लगाकर फर्जी बिल आहरण करने रसोई व शौचालय की साफ-सफाई नही होने की शिकायत पर शासकीय उ.मा. विद्यालय के प्राचार्य के प्रतिवेदन पर सहायक आयुक्त ने सीनियर आदिवासी बालक छात्रावास अधीक्षक सतनू राठौर को पद से पृथक करते हुए शासकीय उमा. विद्यालय चोलना में शैक्षणिक कार्य किए जाने हेतु आदेशित किया है। उक्त संबंधित शिकायत पर लगातार खबर प्रशासन की गई थी जिसका असर देखने को मिला है।जानकारी के अनुसार 19 दिसम्बार को जनजातीय कार्य विभाग अनूपपुर के क्षेत्र संयोजक एस.के. बाजपेयी एवं सहायक आयुक्तए जनजातीय विभाग अनूपपुर द्वारा संयुक्त् रूप से आदिवासी बालक छात्रावास चोलना का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान 50 छात्र ऑनबोर्ड पाये गए किन्तु 18 छात्र ही उपस्थित रहें। छात्रो से चर्चा करने पर बताया कि हमेशा पूरे छात्र उपस्थित नही रहते है मात्र 18- 19 छात्र ही उपस्थित रहते है। भोजन मीनू अनुसार नही दिया जाता है। दाल, चावल सब्जी मात्र हर रोज दिया जाता है, रोटी के साथ विशेष भोजन नही दिया जाता है। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि छात्रावास में कोई भी व्यवस्थाएं नही है और ना ही अधीक्षक छात्रावास में निवास करते है। अधीक्षक द्वारा छात्रावास की व्यवस्थाओं में कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। शासन के निर्देशों का पालन न किया जाना एवं पदीय दायित्वों के प्रति उदासीनता एवं लापरवाही पाई गई। जिस पर सहायक आयुक्त जनजातीय विभाग अनूपपुर ने सतनू राठौर माध्यमिक शिक्षक (अधीक्षक) को आदिवासी बालक छात्रावास चोलना के अधीक्षक पद से पृथक करते हुये शा.उ.मा.वि.बालक चोलना में शैक्षणिक कार्य किये जाने हेतु आदेश दियाहैं। तथा छात्रावास संचालन के लिए माध्यमिक शिक्षक, शासकीय माध्यमिक विद्यालय चोई गीतराम केवट को छात्रावास चोलना के अधीक्षक का प्रभार दिया गया है।