अमरकंटक क्षेत्र में और भी प्राचीन प्राकृतिक धरोहर एवं दैवीय स्थलों का रहस्य उजागर
देवगढ़ बाबा के प्राचीन गुफा व उनके दर्शन मात्र से मिलती है कष्टो से मुक्ति
अनूपपुर/हम आपको बताएंगे कि ऐससा कौन सा गुफा है जहा पर आदिकाल से प्राचीन देव स्थल है जहा पर सात गुफाएँ है जो सात गुफा अलग अलग पट देवियों में समाहित है।जो अजमेर गढ़ कपिल मुनी, माई मंडप, बावन गढ़, बिल्लम गढ, गौरी माता गणेश आश्रम, लखवरीया,सहित बैष्णौ धाम तक ए गुफा समाहित है। बाबा चुन्नी लाल का कहना है कि यह स्थान देवगढ बाबा के नाम से प्रसिद्ध है। हम आपको बता दे कि म. प्र. के अनूपपुर जिला अन्तर्गत अमरकंटक मार्ग नोनघटी घाट से लगी मैकल पहाड में स्थीत सात प्राचीन गुफाएँ एवं देवगढ बाबा बिराजमान है, जहां पर देवों का धाम लगता है। और इस स्थान में देवो का दीपक घर व खेलने कूदने का घर बनी हुई है जहां पर आदिकाल में पंडव लोग यहा पर अपना ज्ञात वास में बिश्राम किये थे। जिससे यह स्थान का दर्शन करने मात्र से बडे बडे बीमारियों से मुक्ति मिलती है। और बाबा से अपने मन इक्षा आनुसार फल प्राप्त करते है। जिन्हें चमत्कारिक, रहस्यमय या जाग्रत माना जाता है और जहां जाकर आप अपनी मुराद पूरी कर सकते हैं। उनमें से कुछ मंदिरों के लिए गुफाऐं गई है जिनके दर्शन दुर्लभ है।
हिंगलाज माता की अद्भुत गुफा
बाबा रंनजीत घोडा वाले ने जानकारी में बताया है कि यहां पर हिंगलाज माई से जुडी हुई गुफा नरसिंह बाबा, भैरो बाबा जैसे अनेको देवी देवता का स्थान है। यहा जाने के लिए अमरकंटक और से सटी पोंडी एवं बहपुर व मिरीया से लगी मैकल पर्वत पहाड़ी गुफा में स्थित माता पार्वती का हिंगलाज गुफा अतिप्राचीन है। हिंगलाज माता का यह गुफा माता पार्वती के 51 शक्तिपीठों में से एक है। इस गुफा के महत्व का उल्लेख देवी भागवत पुराण सहित अन्य पुराणों में भी मिलता है। इनकी श्रद्धा भाव से पुजा पाठ बाबा चुन्नी लाल द्गारा किया जाता है। और रंजीत बाबा घोडा वाले सेवा करते है। यहां पर मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर रामधून एवं शिव धुन के साथ मडई मेला का आयोजन किये जाने की बात कही गई है। यह जानकारी कार्यकर्ता समय लाल चन्द्रवंशी द्गारा दी गई है।