करंट की चपेट में आने से एक नर हाथी की दर्दनाक मौत जिम्मेदार कौन..?
अनूपपुर / जिले के अनूपपुर वन परीक्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कांसा के वार्ड नंबर 13 निवासी लालजी कोल पिता हरदीन कोल के बाडी में गुरुवार की सुबह 4 बजे के लगभग बांड़ी में लगे केला को खाने आए दो हाथियों में से एक छोटा नर हाथी किसान द्वारा झोपड़ी नुमा घर के सामने उजाले के लिए लगाए गए बल्ब के तार के पास से सिल्वर के तार में करंट लगने से हाथी की सब्जी लगे बांड़ी में मौत हो गई,किसान लालजी कोल 4 बजे सुबह दो हाथियों को घर के पास आते देखकर अपनी पत्नी गीता कोल के साथ पड़ोस के एक घर में चला गया रहा है सुबह 6 बजे घर आने पर देखा कि एक नर हाथी उसके बाडी में मृत पड़ा है जिसकी सूचना उसने ग्राम पंचायत कांसा के सरपंच को दी सूचना मिलने पर वनविभाग के अधिकारी/कर्मचारी मौके पर पहुंचकर अग्रिम कार्यवाही में लगे हुए हैं लालजी के खेत में बल्ब लगे तार के पास ही जीआई का खुल्ला तार भी केले के बीच से गुजरा था और इस केले को आहार बनाते हुए तार खींचकर टूट गया और जीआई तार में लिपट गया जिससे हाथी के सूंड़ में गंभीर चोट आई और हड़बड़ाहट में खेत के गीले जमीन पर हाथी ने अपना दम तोड़ दिया ऐसी जानकारी ग्रामीणों द्वारा दिया जा रहा है।
हाथी की मौत का जिम्मेदार कौन..?
वन परिक्षेत्र अनूपपुर अंतर्गत लगभग कई दिनों से दो हाथियों का समूह ग्राम कासा,पगना, दुधमनिया, लखनपुर के बीच अपनी भूख मिटाने के लिए आहार की तलाश में लगातार विचरण कर रहे हैं जिस विषय में जानकारी वन विभाग के अमले को पहुंचती रही है परंतु इनके व्यवस्था के लिए वन विभाग किसी भी प्रकार से सक्रिय दिखाई नहीं दिया और अब यह एक दर्दनाक घटना वन्य प्राणी के साथ होने का कौन जिम्मेदार साबित होगा वन अमला,मकान मालिक, ग्रामीण या कोई और..?
इनका कहना है:-
मैं मौके पर तो नहीं हूं ट्रेनिंग के लिए जबलपुर गया हूं अब मैं लौट रहा हूं जहां तक मुझे जानकारी है खेत में केला खाने के लिए गए थे जहां पर हाथी की खुली तार में फंसने के कारण करंट से मौत हो गई है।
स्वर्ण गौरव सिंह रेंजर वन परिक्षेत्र अनूपपुर