भ्रष्टाचार का नायाब हीरा परसवार सचिव जितेंद्र प्रजापति,ऐसा कोई सगा नहीं जिसे इन्होंने डशा नहीं..!

Share this post

भ्रष्टाचार का नायाब हीरा परसवार सचिव जितेंद्र प्रजापति,ऐसा कोई सगा नहीं जिसे इन्होंने डशा नहीं..!

पिपरिया-देवहरा में घोटालों का अंबार अब परसवार में बवाल..लोगों के जुबान पर नाम स्वीट प्वाइजन…!

अनूपपुर/जिले भर में लगातार पंचायत में भ्रष्टाचार का मामला उजागर हो रहा है चाहे वह मनरेगा मद के कार्य हो या पंच परमेश्वर मद या अन्य वित्त आयोग अथवा खनिज प्रतिष्ठान निधि सभी में लगातार सरपंच सचिव उपयंत्री एवं सहायक यंत्री मिलकर भ्रष्टाचार की सारी पराकाष्ठायें पार करते नजर आ रहे हैं और इस संबंध में जिले के कलेक्टर व मुख्य कार्यपालन अधिकारी को आए दिन शिकायत मिलती रहती है लेकिन कार्यवाही मात्र कोरमा पूर्ति ही दिखाई दी। ऐसा ही एक मामला जिला मुख्यालय से करीब 3 किलोमीटर जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत परसवार का है जहां पर भ्रष्टाचार के नायाब हीरा सचिव जितेंद्र प्रजापति एवं सरपंच पति के विषय में जानकारी प्रस्तुत करने वाले हैं। जिनकी जुगल जोड़ी ने निर्माण कार्य के नाम पर लाखों का फर्जी बिल लगाकर घोटाला किया गया है।

बाउंड्री वॉल एवं नाली निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार

ग्राम पंचायत परसवार में सचिव जितेंद्र प्रजापति एवं सरपंच पति द्वारा मैकल क्लब में खनिज प्रतिष्ठान निधि से लगभग 6 लाख रुपए लागत से बाउंड्री वॉल निर्माण एवं मनरेगा मद से आदिवासी आवासीय मिडिल स्कूल इंग्लिश मीडियम का बाउंड्री वॉल निर्माण लगभग लागत 10 लाख रुपए तथा पंच परमेश्वर मद से नाली निर्माण कार्य लगभग लागत 6 लाख रुपए से तत्काल वर्ष 2023-24 में कराया गया है जिसमें जमकर भ्रष्टाचार की होली खेली गई है। इनके द्वारा सभी पक्के निर्माण कार्यों में सरिया के नाम पर पतली रॉड का प्रयोग किया गया है रेत बालू जो कि अवैध तरीके से गांव के बगल की नदी नालों से चोरी का प्रयोग कर लगाया गया है बोल्डर गिट्टी चिप्स गोली ना होकर डस्त वाली प्रयोग की गई है निम्न कोटि का सीमेंट कम मात्रा में लगाकर इति श्री कर दी गई है। जिससे महज हाथ और पैर से खुरचने पर ही इनके मटेरियल की गुणवत्ता का का पोल खुलता नजर आ रहा है।

अन्य व्यय के नाम पर लाखों के फर्जी बिल

भ्रष्ट सचिव जितेंद्र प्रजापति के द्वारा ग्राम पंचायत परसवार में कार्यालय व्यय,अन्य कर्मचारी व्यय,स्टेशनरी व्यय, अन्य सामग्री, शासकीय संस्था की भुगतान का बिल इस तरह के न जाने कितने प्रकार के कई लोगों के नाम पर और कितने अवैध फर्म के नाम पर लाखों रुपए के फर्जी बिल लगाकर निजी प्रयोग कर लिया गया है टुकड़ों में छोटी-छोटी राशि निकालकर इनके द्वारा जैब खर्च चलाए गए हैं कहीं होटल के नाम पर, कहीं वस्त्रालय के नाम पर, कहीं फोटो कॉपी दुकान के नाम पर बिल,कहीं व्यक्तिगत बिल, कहीं लोकल गांव के व्यक्तियों के नाम पर बिल इस तरह से राशि आहरण करके रोज की अपनी पॉकेट मनी का जुगाड़ किया गया है। चुनाव में टेंट वगैरा व अन्य व्यवस्था के लिए निर्वाचन आयोग से हरी झंडी क्या मिला इनके लिए तो जैकपोट हो गया हजार रुपए के खर्चे को सीधे लाख रुपए दर्शा करके अपना उल्लू सीधा किया गया है।

पूर्व के पंचायत में भी सचिव ने किया था भ्रष्टाचार

सचिव जितेंद्र प्रजापति मूल पंचायत मेडियारास से भर्ती होकर पिपरिया पहुंचे जहां पर उनके द्वारा लाखों का घोटाला किया गया था और पद से पृथक हुए थे पश्चात अधिकारियों से मिली भगत और लेनदेन करके देवहरा पंचायत में पदस्थ हो गए यहां भी इनके द्वारा सरपंच से मिली भगत कर लाखों का घोटाला किया गया जिसमें इनके ऊपर मामला दर्ज हुआ इसके पश्चात ग्राम पंचायत चिल्हारी पहुंचे जहां कई निर्माण कार्यों में लगातार भ्रष्टाचार किया और अब महाशय पहुंचे हैं ग्राम पंचायत परसवार जहां जनहित की राशि को खुर्द बुर्द करते हुए जनमानस का महा कल्याण करने में कोई कमी नहीं करने वाले हैं। इनके रहे पंचायत में कई ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि मेरे साथ लेनदेन में भारी गड़बड़ी की गई है इन्हें यह कहना गलत नहीं होगा कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसे इन्होंने डशा नहीं. जहां-जहां यह महाशय पंचायत में काम करने गए हैं वहां घोटाले का अंबार लगा दिए तभी तो लोग इन्हें कहते हैं स्वीट प्वाइजन।

Bhupendra Patel
Author: Bhupendra Patel

error: Content is protected !!
× How can I help you?