तीन ट्रेनी हाथियों की मदद से बाधवगढ़ की टीम ने किया उत्पाती हाथी का सफल रेस्क्यू 

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तीन ट्रेनी हाथियों की मदद से बाधवगढ़ की टीम ने किया उत्पाती हाथी का सफल रेस्क्यू 

ग्रामीणों को राहत परंतु घटना के बाद जागा प्रशासन 

अनूपपुर। जिले में एक किसान को कुचल कर मारने के बाद क्षेत्र में उत्पात मचा रहे आतंकी हाथी का रेस्क्यू कर लिया गया है। हाथी पर काबू पाने उमरिया बांधवगढ़ रिजर्व फॉरेस्ट की टीम अनूपपुर पहुंची थी। 3 ट्रेनी हाथी सहित 40 से अधिक वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पिछले कई घंटों से हाथी को पकड़ने में जुटे हुए थे, जिन्हें सफलता मिल गई है।

बिगड़ैल हाथी पर लगाम कसने पहुंचे गौतम,लक्ष्मण और बांधवी

बता दे कि छत्तीसगढ़ से आया एक हाथी पिछले कुछ दिनों से अनूपपुर जिले में आतंक मचाए हुआ था। हाथी ने मकानों व खेती को भारी नुकसान पहुंचाने के बाद तीन दिन पहले एक किसान को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया था। जिससे नाराज ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारियों पर पथराव कर दिया था।जिसके बाद क्षेत्र में तनाव की स्थित निर्मित हो गई थी। पुलिस की तरफ से की गई जवाबी फायरिंग में दो किसान को गोली लग गई थी। जिनका अस्पताल में इलाज जारी है।बांधवगढ़ के सबसे अनुभवी हाथी गौतम के साथ तेजतर्रार लक्ष्मण और मादा हाथी बांधवी हाथी की मदद से बिगड़ैल हाथी का जैतहरी रेंज के गोबरी बीट में RF 302 के झुरही तलैया के पास सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में तीन ट्रेनी हाथियों के अलावा 40 से अधिक वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।वहीं अब बाँधवगढ़ टाईगर रिज़र्व की टीम कान्हा नेशनल पार्क के लिए रवाना हो गई है। आतंकी हाथी को अब ट्रेनिंग देकर विभागीय उपयोग में लिया जाएगा।  

घटना के बाद जागा प्रशासन

महीनों से अनूपपुर जिले में हाथी द्वारा आतंक मचा कर रखा गया था जिस पर वन अमला महज खाना पूर्ति करके अपनी औपचारिकता पूर्ण करता रहा जिसके कारण क्षेत्र में कई स्थानों पर ग्रामीण किसान को मौत का सामना करना पड़ा व अन्य प्रकार की फसल मकान आर्थिक क्षति उठानी पड़ी और प्रशासन की उदासीनता के वजह से ही एक हाथी को भी अपनी जान गंवानी पड़ी क्योंकि किसान गरीब अपनी जान माल की रक्षा के लिए कोई उपाय तो करता और उसी के कारण उसे अपराध भी झेलना पड़ा अगर यही कदम शासन प्रशासन के द्वारा पूर्व में उठाई जाती तो इस तरह की घटना नहीं होती और लोगों में तनाव का माहौल नहीं होता और प्रशासन के प्रति आक्रोश भी देखने को नहीं मिलती।अब प्रशासन इतनी घटना करने के बाद जागा तो क्या फायदा क्या वर्षा जब कृषि सुखाने। हालांकि इस संबंध में शासन प्रशासन मृतक परिवार को राहत राशि और नौकरी एवं किसानों को मुआवजा राशि देने आश्वासन की बात कर रही है।

Bhupendra Patel
Author: Bhupendra Patel

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