प.बं.सरकार के संरक्षित अपराधियों द्वारा महिला अत्याचार पर हो कठोर कार्यवाही :-एबीवीपी
राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर न्याय की मांग
अनूपपुर/अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई अनूपपुर महाकौशल प्रांत द्वारा दिनांक 5 मार्च 2024 को रैली निकाल करके प्रदर्शन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदया भारत गणराज्य के नाम पर जिला कलेक्टर अनूपपुर को ज्ञापन सोपा है एवं पश्चिम बंगाल में हो रहे महिला अत्याचार के विरोध में न्याय दिलाने हेतु आग्रह किया गया है। अभाविप द्वारा उक्त ज्ञापन में लेख किया गया है कि माननीय राष्ट्रपति महोदया आपके संज्ञान में होगा कि विगत कुछ वर्षों से पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में संदेशखाली क्षेत्र की महिलाओं के साथ यौन शोषण उनकी सामूहिक अस्मिता का हनन एवं उनके परिवारों पर सुनियोजित अत्याचार राज्य सरकार द्वारा संरक्षित अपराधियों द्वारा किया जा रहा है अभाविप मानवता को सर्मसार करने वाले संदेशखाली घटना से आहत है और इसकी कठोर भर्षना करती है विगत 10 फरवरी 2024 को पश्चिम बंगाल के माननीय राज्यपाल श्री आनंद बस के संदेश खाली दौरे के कारण इस वीभत्स शोषण की सच्चाई बृहद जनमानस के समक्ष आई पश्चिम बंगाल में सत्ता रूढ़ पार्टी के नेताओं द्वारा हिंदू घरों में जबरन नाबालिक कन्याओं महिलाओं को चिन्हित कर उनका भय पूर्वक प्रहार कर राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यालय में लाकर अत्याचार दुराचार करने के कई जगह मामले सामने आए हैं पीड़िताओं में अधिकांश महिलाएं अत्यंत पिछड़े और अनुसूचित वर्ग की है और अपने ऊपर हो रहे अत्याचार की अति से तंग आकर कई परिवार संदेश खली से पलायन करने को मजबूर है पश्चिम बंगाल राज्य की महिला मुख्यमंत्री के संरक्षण से वर्षों से शारीरिक एवं मानसिक शोषण के तंग आकर संदेशखाली की हजारों महिलाएं आज राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन रत है उक्त घटना मुख्यमंत्री के संरक्षण में राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं द्वारा संदेशखाली की महिलाओं को शोषण किया जा रहा है और राज्य की पुलिस उचित कानूनी कार्यवाही करने में विफल रही है। मांग है कि इन महिलाओं को न्याय दिलाने में आपके द्वारा हस्तक्षेप किया जाए न्याय की इस मुहिम में माननीय राज्यपाल, राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के हस्तक्षेप का स्वागत करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आपसे यह निवेदन करती है कि राज्य सरकार की संलिप्तता को ध्यान में रखते हुए संदेशखाली के पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच केंद्रीय एजेंसियों द्वारा कराई जाए और दोषियों पर कार्यवाही की जाए। संदेशखाली की महिलाओं के ऊपर हो रही हिंसा एवं उनकी सामूहिक अस्मिता के हनन पर अबिलंब अंकुश लगाया जाए। महिलाओं के ऊपर हुई हिंसा एवं दुराचार की घटनाओं की वास्तविकता को निर्भरता पूर्वक शासन प्रशासन एवं न्यायिक संस्थाओं तक पहुंचाने एवं हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराया जाना चाहिए। न्याय की सुगमता हेतु पीड़ित महिलाओं को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदाय कराई जाए वर्षों से मानसिक शोषण से धीरे-धीरे उबरने हेतु इन महिलाओं को मनोचिकित्सक द्वारा परामर्श सत्त्रो की भी सुविधा प्रदान की जानी चाहिए।भयमुक्त संदेशखाली बनाने केंद्रीय बलों की प्रतिनियुक्त की जाए ताकि परिवारों के पलायन पर विराम लगाया जा सके इन सभी विषयों को लेकर अभाविप ने अत्याचार से प्रताड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने हेतु आग्रह किया गया है।ज्ञापन प्रदर्शन के दौरान शिवम पटेल नगर मंत्री,ज्ञानेंद्र दिवेदी जिला सयोजक,आसिश मिश्रा पोलिटिकनिक महाविद्यालय अध्यक्ष, लोकेश दिवेदी आईटीआई अध्यक्ष,प्रियांशु अग्रवाल,सत्यम यादव, सत्यप्रकाश पटेल ,योगेश पटेल ,निशी यादव, ओजस गुप्ता ,आयुष मिश्रा, हरिओम दुवेदी, मुकेश पटेल सैकड़ो छात्रा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।