*अमरकंटक / श्रवण उपाध्याय*
मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में चैत्र शुक्ल दशमी दिन शुक्रवार तारीख ०५-०४-२०२४ को केंद्रीय मार्गदर्शन समिति विश्व हिन्दू परिषद् के सदस्य अनन्त विभूषित जगतगुरू रामानंदाचार्य स्वामी रामराजेश्वराचार्य जी महाराज (माऊली सरकार) एवं पूज्य स्वामी श्री नर्मदानंद जी महाराज के गरिमामयी उपस्थिति में शांति कुटि आश्रम के सभागार कक्ष में अमरकंटक के समस्त आश्रमो के संतगणों की बैठक आहूत कि गयी , जिसमें अमरकंटक के लगभग सभी आश्रम के संत , महंत एवं आश्रम के प्रतिनिधि बैठक में शामिल हुए ।
बैठक में सभी संतो ने संत संगठन एवं संगठन द्वारा संतों की तपोभूमि अमरकंटक की पवित्रता , सनातन सांस्कृतिक महत्व एवं पर्यावरण के संरक्षण व अन्य महत्वपूर्ण विषय पर मंथन के पश्चात् अमरकंटक संत संगठन (समिति) का गठन किया गया । संत संगठन व समिति ने बैठक में पधारे महंत , महामंडलेश्वर , संत तथा आश्रमों के प्रतिनिधि अपनी अपनी जिज्ञासाएं प्रगट कि तथा तय विषयों व कार्यक्रम का सुचारू रूप से कियान्वयन के लिए सर्वसम्मति से अपने संत संगठन के कार्यकारणी की घोषणा की तथा पूज्यपाद तपस्वी बाबा श्री कल्याण दास जी महाराज एवम पूज्य स्वामी हरिहरानंद सरस्वती जी महाराज का भी संत संगठन पर आश्रम प्रतिनिधियों द्वारा अपनी सहमति प्रदान की गई जो संरक्षण का प्रतिनिधित्व पर विराजमान रहेंगे ।
इस बैठक में पधारे अनेक आश्रमों के संतगणों द्वारा एक समिति य संगठन की रूपरेखा तैयार की गई जिसमे पूज्य स्वामी जगतगुरु माऊली सरकार , पूज्य स्वामी श्री नर्मदानंद जी तथा अन्य संत गण समिति के मार्गदर्शक होगें । इस मार्गदर्शक स्वामियो के सानिध्य में अमरकंटक शांति कुटी के महामंडलेश्वर एवम् महंत स्वामी श्री रामभूषण दास जी महाराज को संगठन का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है साथ ही स्वामी महेश चेतन्य गिरी जी (तुरिय आश्रम) के उपाध्यक्ष होंगे । स्वामी लवलीन महाराज (परमहंस धारकुंडी आश्रम) को संयोजक बनाया गया है एवं सह संयोजक पंडित योगेश दुबे (मृत्युंजय आश्रम) व पंडित धनेश द्विवेदी (नर्मदा मंदिर पुजारी) रहेंगे । संगठन के कोषाध्यक्ष स्वामी धर्मानंद जी महाराज (कल्याण सेवा आश्रम) को नियुक्त किया गया है । सूचना एवं प्रचार हेतु पंडित श्रवण कुमार उपाध्याय जी अमरकंटक को सौंपा गया है । संत मंडल समाज और संगठन के बीच समन्वय के लिए दिनेश साहू जी (संगठन समन्वयक) एवं शिव कुमार खैरवार जी को सह समन्वयक बनाए जाने पर सहमति प्रदान की गई ।
संगठन के अध्यक्ष महंत स्वामी रामभुषण दास जी ने बताया की अमरकंटक में साधु समाज का संगठन कुछ वर्ष पूर्व में बना हुआ था लेकिन धीरे धीरे यह लुप्त हो गया जिसे समस्त संतगणो ने यह विचार किया की यहां पर भी संतो का संगठन होना चाहिए जिस पर आज आपस में सभी संतो के साथ बैठक कर मूर्त रूप दिया गया और इसकी आगे जो भी संगठन संबंधित प्रक्रियाएं होंगी उसे आगे पूर्ण किया जायेगा ।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मुन्ना लाल पांडेय श्रेत्रीय धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख तथा सुरेंद्र सिंह प्रांत धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख एंव वाल्मीकि जायसवाल विभाग सह मंत्री , श्री बालक दास जी तथा संतो में स्वामी हरिचैतन्य पुरी जी महाराज , स्वामी मुकुंद दास जी , स्वामी रामशंकर दास जी महात्यागी , महंत कोमलदास जी महात्यागी , योगी चैतन्याकाश जी महाराज , स्वामी हनुमान दास जी , स्वामी श्री त्यागी जी , स्वामी सदानंदा जी , स्वामी भगत गिरी जी , स्वामी राजेश दास जी , स्वामी रामानंद जी , स्वामी रेवा शंकर पुरी जी , स्वामी हनुमान दास जी , श्री प्रवीण जी व अन्य साधु संत जन भारी संख्या में उपस्थित रहे ।
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