पिपरिया सरपंच सचिव का जादुई करिश्मा-बिना मजदूरी डाल दिए पैसा अब कर रहे वसूली
प्रताड़ित श्रमिकों ने कलेक्टर सीईओ से की शिकायत कार्यवाही की मांग
अनूपपुर/जिले के जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत पंचायत में तमाम प्रकार के भ्रष्टाचार के प्रकरण आए दिन समाचार पत्रों के माध्यम से प्रकाशित हो रहे हैं परंतु विभागीय शासन प्रशासन अमला आंख मूंद कर बैठे हुए हैं जानता हाय-हाय चिल्ला रही है और न्याय की मांग कर रही है परंतु अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंग रहा है।
यह पूरा मामला ग्रा.पं. पिपरिया का
जनपद पंचायत जैतहरी के ग्राम पंचायत पिपरिया का मामला जो हमेशा ही भ्रष्टाचार के मामले में कभी पीछे नहीं रहा है यहां का कई बार शिकायतें हुई और भ्रष्टाचार उजागर हुआ परंतु सरपंच सचिव पर कार्यवाही की तलवार चलने से चूक रहा। पिपरिया पंचायत के ग्राम कुसुम्हाई निवासी तीन व्यक्तियों सुखदेव पिता ऐतु बैगा राजकुमारी पति सुखदेव बैगा एवं मुन्नी बाई पति ऐतू बैगा ने अपने लिखित आवेदन कलेक्टर अनूपपुर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनूपपुर को प्रेषित कर आरोप लगाते हुए लेख किया है कि सरपंच दुक्खू कोल एवं सचिव मनोज पटेल के द्वारा हम प्रार्थियों का खेत तालाब (काशी पिता लालू पटेल) योजना में सुखदेव के नाम से जॉब कार्ड क्रमांक 3/811 अकाउंट नंबर 3728101004987 केनरा बैंक अनूपपुर में राशि 8,360 रुपए एवं राजकुमारी के नाम से जॉब कार्ड क्रमांक 3/811 अकाउंट नंबर 941610 1100 11651 बैंक ऑफ़ इंडिया अनूपपुर में राशि 7,480 रुपए तथा मुन्नी बाई के नाम से जॉब कार्ड क्रमांक 3/27 अकाउंट नंबर 202391010004816 ग्रामीण बैंक अनूपपुर में राशि 8,800 रूपए फर्जी तरीके से सरपंच सचिव के द्वारा हमारे द्वारा बिना मजदूरी कार्य किए ही उक्त राशि हमारे खाते में डाल दिया गया है और अब सरपंच सचिव के द्वारा प्रतिदिन हमारे घर आकर खाते से पैसा निकाल कर देने की बात कह रहे हैं, जबकि हमारे द्वारा किसी भी प्रकार से पंचायत में मनरेगा के तहत किसी भी प्रकार का कोई मजदूरी का कार्य नहीं किया गया है अवैध एवं फर्जी तरीके से सरपंच सचिव द्वारा हमें पैसा खाते में डाल दिया गया है और अब हमें पैसा निकाल कर देने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है।
शिकायतकर्ताओं की कार्यवाही की मांग
ऐसा यह पहला मामला नहीं है कि पिपरिया पंचायत के सरपंच सचिव भ्रष्टाचार का जादूई करिश्मा पहले भी ना कर गुजरे हो चाहे सीसी रोड निर्माण हो आंगनवाड़ी भवन निर्माण हो या ग्रेवल मार्ग निर्माण हो भ्रष्टाचार की सारी पराकाष्ठा पार कर चुके हैं सूत्रों से यह भी खबर मिलती है कि आदिवासी सरपंच के रिमोट कंट्रोल वहां के उप सरपंच के हाथों में है जो मृदुभास का स्वांग रचकर मीठे शब्दों का कटारी जनता के ऊपर चलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे और इस भ्रष्टाचार का समस्त बीड़ा अपने कंधों पर उठा कर रखे हैं।उक्त शिकायतकर्ता तीनों व्यक्तियों के द्वारा कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी से मांग किया है कि ऐसे भ्रष्ट सरपंच सचिव के ऊपर आवश्यक कार्यवाही करने की दया करें।