चोटिल नर मोर का ग्रामीण ने किया देशी उपचार,मौके पर पहुंचा वन टीम
अनूपपुर/वन परिक्षेत्र अनूपपुर के अनूपपुर बीट अंतर्गत ग्राम पंचायत पिपरिया के बेलापार गांव में विगत एक वर्ष से ग्रामीण क्षेत्र में विचरण कर रहे दो मोर में से एक नर मोर के पंख में विगत एक सप्ताह पूर्व अज्ञात कारण से चोट लग जाने के कारण पंख उठाकर उड़ने में असमर्थ कर रहा है जिसे गांव के ही एक आदिवासी समाज के व्यक्ति ने देशी उपचार कर मोर को स्वस्थ किया। जिसकी जानकारी मिलने पर वनविभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
इस संबंध में 3 अगस्त की दोपहर वन परिक्षेत्र एवं वन बीट अनूपपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत पिपरिया के बेलापार गांव के निवासी भागवत प्रसाद यादव एवं शिवनारायण राठौर ने जिला मुख्यालय अनूपपुर के वन्यजीव संरक्षक शशिधर अग्रवाल को इस आशय की सूचना दी कि गांव में विगत एक वर्ष से जंगल से आकर विचरण कर रहे राष्ट्रीय पक्षी दो नग मोर में से एक नर मोर के पंख में अज्ञात कारण से चोट लगने के कारण पंख उठाकर उड़ने में असमर्थ सा दिख रहा है जिसकी जानकारी श्री अग्रवाल द्वारा वन परिक्षेत्र अधिकारी अनूपपुर स्वर्णगौरव सिंह को देते हुए परीक्षण कराए जाने की बात कहने पर रविवार की दोपहर वनरक्षक एवं बीटप्रभारी अनूपपुर राजीव पटेल ने मौका स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया इस दौरान बताया गया कि अज्ञात कारण से नर मोर के पंख के पास विगत एक सप्ताह पूर्व चोट लगी रही जिसे देखते हुए बेलापार गांव के वार्ड क्रमांक 19 स्कूलटोला निवासी बैसाखू पिता सम्हारू बैगा जिनके घर के आसपास ही दोनों मोर विचरण करते हैं के द्वारा मोर के चोटिल स्थल पर एक सप्ताह तक हल्दी,तेल एवं अन्य तरह के देसी पद्धति से उपचार किया इस दौरान चोटिल मोर खुद के उपचार किये जाने पर बैसाखू बैगा के साथ उपचार कराने में बिना परेशान किये उपचार कराता रहा है,जिससे चोटिल नर मोर स्वस्थ्य स्थिति में गांव मे स्वच्छंद विचरण कर रहा है।