कीचड़ में सना कोड़ा-नगदहा (छुलहा) मार्ग का क्या कोई माई बाप नहीं..?
अनूपपुर/जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत कांसा जहां के ग्राम कोड़ा मेन रोड से नगदहा छुल्हा ग्राम होते हुए अनूपपुर जैतहरी मुख्य मार्ग को जोड़ने वाली यह प्रमुख मार्ग इन दिनों कीचड़ में तब्दील हो चुकी है यह इसी वर्ष बरसात में कीचड़ युक्त नहीं हुई है बल्कि विगत 5 वर्षों से यह मार्ग बारिश के मौसम में कीचड़ में सन जाता है जिसे वास्तव में ग्राम पंचायत को ध्यान देकर के प्रस्ताव कर विभाग के माध्यम से फिर से निर्माण कराने की आवश्यकता थी अथवा इसका दूसरा रास्ता यह भी है कि ग्राम पंचायत स्वयं भी तीन किस्तों में ग्रेवल मार्ग स्वीकृत करा कर के पुनः नवनिर्माण कर सकती है परंतु इस मार्ग को किसी के द्वारा संज्ञान में लाकर के कार्य नहीं की गई।
ज्ञात होकी कोड़ा से नगदहा छूल्हा मार्ग का निर्माण विगत लगभग 10 वर्षों पूर्व जल संसाधन विभाग के द्वारा कराया गया था कोड़ा और नगदहा छुलहा के बीच तीपान नदी को बांधकर के जल संसाधन विभाग के द्वारा रपटा कम स्टाफ डैम का निर्माण किया गया था और उसी पुल के माध्यम से अनूपपुर जैतहरी मुख्य मार्ग को जोड़ने के लिए कोड़ा से नगदहा मार्ग का निर्माण जल संसाधन विभाग के द्वारा कराया गया था जो एक मुर्मीकरण युक्त ग्रेवल मार्ग था परंतु अब 10 वर्षों के बाद इस मार्ग का किसी के द्वारा शुध ना लिए जाने के कारण अथवा इसका रिपेयरिंग न कराए जाने के कारण कीचड़ और दलदल युक्त मार्ग बन चुका है उक्त मुख्य मार्ग से विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र, बाजार को जाने वाले ग्रामीण, खेतों के माध्यम से आवागमन करने वाले किसान, मंडी जाने वाले व्यापारी, मजदूरी का काम करने वाले श्रमिक, सभी को आने-जाने में भारी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है वाहन तो छोड़िए पैदल भी जाना मुनासिब नहीं है ग्राम पंचायत और विभाग मूक दर्शक बने हुए हैं इस मार्ग को देखने के बाद इनके निकम्मे पन की कहानी चीख चीख कर बयान कर रही है। इन किसी के द्वारा इस दिशा में कोई किसी प्रकार का पहल नहीं किया जा रहा है जिससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी व रोश देखा गया है। ऐसा लग रहा है कि इस मार्ग का कोई माई बाप नहीं ..?