गैर जिम्मेदार प्राचार्य राकेश मिश्रा विद्यालय भवन निर्माण को लगा रहे पलीता बच्चों का भविष्य खतरे में.
अकर्मण्यता का आरोप,नियम विरुद्ध किया अंशकाली कर्मचारी की भर्ती.
अनूपपुर/जिला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर दूर जैतहरी विकासखंड अंतर्गत ग्राम कांसा में शासकीय हाई स्कूल भवन का निर्माण जनजाति कार्य विभाग से स्वीकृत है जिसे यहां पदस्थ प्राचार्य राकेश मिश्रा के द्वारा निर्माण कराया जा रहा है जिसकी लागत लगभग 24 लाख बताई जा रही है। ये विद्यालय भवन को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।जिसमें उनके द्वारा शासकीय प्राक्कलन को ठेंगा दिखाते हुए भारी अनियमितता बरतते हुए गुणवत्ता विहीन भवन का निर्माण कराया जा रहा है। यह माना जाए कि बच्चों का भविष्य सुरक्षित नहीं है।
मटेरियल में नियमों का अनदेखा
प्राचार्य राकेश मिश्रा के द्वारा शासकीय हाई स्कूल भवन निर्माण में जो ईंट प्रयोग की जा रही है वह लेंथ से कम घटिया किस्म राखड़ युक्त है, सीमेंट का प्रयोग निम्न कोटि का व सस्ते दामों वाला लगाया जा रहा, बजरी का प्रयोग डस्ट युक्त किया जा रहा,सरिया प्राक्कलन विरुद्ध पतली वह हल्की क्वालिटी का लगाया गया,रेत अवैध तरीके से चोरी का बिना रायल्टी पर्ची का ग्रामीण क्षेत्र के नालों से खोद कर लाया गया जो मिट्टी युक्त है,खिड़की दरवाजे व चैनल गेट जो लगाए गए हैं वह पूरी तरह से प्राक्कलन के विरुद्ध कम वजन के व हल्की क्वालिटी के लोहे से बनी प्रयोग किए गए हैं।जिससे कभी भी उक्त भवन क्षतिग्रस्त हो सकती है।प्राचार्य महोदय ठेकेदारी में इतने मशगूल हो गए कि इन्हें बच्चों से कोई सरोकार नहीं रहा।
विभागीय मिली भगत की बू
जनजाति कार्य विभाग अंतर्गत पदस्थ उपयंत्री पूनालाल करपे को तीन जिलों का प्रभार है जिसके कारण निर्माण स्थल पर पहुंच पाना असंभव रहा गुणवत्ता विहीन भवन का निर्माण होता चला गया और जिम्मेदार तकनीकी अधिकारी नदारत रहे प्राचार्य राकेश मिश्रा जैसे लोग मिली भगत व सांठ गांठ करके घर बैठे मूल्यांकन कराकर के राशि आहरण कर लिया गया और अपनी झोली भरने के चक्कर में भ्रष्टाचार मे इस कदर आमदा हुए कि बच्चों के भविष्य को खतरे में डालकर निर्माण कार्य को इतिश्री करते चले गए।
नियम विरुद्ध अंशकालिक कर्मचारी की भर्ती गैर जिम्मेदारी का आरोप
प्राचार्य राकेश मिश्रा के संबंध में यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि पूर्व में यह अपने पदीय दायित्व और कर्तव्य के प्रति लापरवाह होने के कारण निलंबन की अवधि भी झेलनी पड़ी थी। यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि उनके द्वारा हाई स्कूल में नियम विरुद्ध तरीके से अंशकालिक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भर्ती की गई है जो कलेक्टर दर पर मानदेय प्राप्त करेगा इनके द्वारा किसी प्रकार की ना तो विज्ञापन जारी की गई ना आवेदन प्राप्त किए गए और ना ही मेरिट सूची के आधार पर सिलेक्शन किया गया मनमाने तौर पर भर्ती करके सेवाएं ली जा रही है और भ्रष्टाचार तो निर्माण कार्य में इनका चल ही रहा है जिससे ऐसे प्रशासनिक व्यक्ति को प्राचार्य जैसे महत्वपूर्ण दायित्व का निर्वहन करने का आदेश भी उचित प्रतीत नहीं होता है।
ग्रामीणों की कलेक्टर से न्याय की गुहार
बच्चों के अभिभावक एवं ग्राम कांसा के नागरिकों ने जिले के लोकप्रिय कलेक्टर महोदय श्री हर्षल पंचोली जी से न्याय की गुहार लगाते हुए मांग किया है कि उक्त भवन निर्माण के सभी मटेरियल को किसी जिम्मेदार तकनीकी अधिकारी के माध्यम से लैब और प्रयोगशाला में भेज कर उसकी गुणवत्ता का जांच कराया जाए तथा घटिया किस्म मिलने पर पुनः तोड़कर के जिम्मेदार तकनीकी अधिकारी जनजाति कार्य विभाग एवं संबंधित निर्माण एजेंसी प्राचार्य राकेश मिश्रा से राशि की वसूली कर नए सिरे से गुणवत्ता युक्त भवन का निर्माण कराया जाए जिससे कि हमारे गांव क्षेत्र के बच्चों का भविष्य उज्जवल रहे साथ ही उनके कर्तव्य परायणता संबंधित जांच करते हुए अनधिकृत तरीके से भर्ती किए गए अंशकाली कर्मचारी को हटाकर नियम अनुसार भर्ती की जावे। जो शिकायत की गई उसे कलेक्टर अनूपपुर द्वारा संबंधित विभागको जांच हेतु भेजा गया
इनका कहना है
आपके द्वारा जो जानकारी दी गई है मैं उसको लिख ली हूं लेकिन इस संदर्भ में अभी मैं कुछ नहीं कह सकती। कैमरे के सामने बाइट देने से किया इनकार।
सरिता नायक (सहायक आयुक्त)
जनजातीय कार्य विभाग अनूपपुर