न्यायालय आवासीय भवन निर्माण से संकट में सड़क पेड़ पौधे व तालाब का अस्तित्व
सीमांकन के दौरान रहवासी दर्ज करा रहे आपत्ति,संसाधन उपयोग में होगी परेशानी.
इन्ट्रो- जिला सत्र न्यायालय का विस्तार होना है, नये भवन के साथ न्यायाधीशों के लिए आवासीय भवन का निर्माण भी होना है, जिसके लिए बीते 27 जुलाई को सीमांकन भी किया गया था, पूर्व में राजस्व विभाग ने जीवित तालाब को कैसे न्यायालय के लिए भूमि आवंटित कर दिया यह बडा प्रश्न है, अगर तालाब के अस्तित्व को मिटा कर आवासीय भवन निर्मित होते है तो कई तरह की परेशानियों का सामना रहवासियों को करना पड सकता है।
अनूपपुर। जिला सत्र न्यायालय के नये भवन व आवासीय भवन के निर्माण से जहां लोगों में खुशी की लहर थी, वहीं रहवासियों के लिए चिंतायें बढा रही है। चूंकि वर्षो से निर्मित दो तालाब का अस्तित्व संकट में आ सकता है। वैसे ही कुछ व्यक्तियों के द्वारा एक तालाब में कब्जा कर अस्तित्व मिटा रहे है, जबकि तालाबों को संरक्षित कर वृहद रूप में उपयोगी बनाना था, परंतु प्रशासन की हीलाहवाली के कारण वर्तमान में तालाब का आकार सिकुडता जा रहा है और कब्जेधारियों का ग्राफ बढता जा रहा है। सीमांकन के बाद पहुंचने वाली कुछ आपत्तियां तो उचित है, चूंकि न तो नक्शा तरमीम किया गया है और न ही सीमांकन के मापदण्ड को पूरा किया गया, जिससे लोगों के निजी भूमि पर संकट पहुंच सकता है। इसलिए जिला प्रशासन को निर्माण के पूर्व रहवासियों के कई तरह सुख-सुविधाओं को ध्यान में रखना होगा।
उपयोगी है एक तालाब
रहवासियों के अनुसाार उक्त तालाब के मेढ में शमसान घाट स्थित है, जहां मृतको का दाह सस्कार भी किया जाता है। पीपल का पेड़ है, जिसमें मृत व्यक्तियों के क्रिया कर्म हेतु घट बांध कर पूजा भी किया जाता है तथा मृतक का दसगात्र एवं अन्य संस्कार कार्य उक्त तालाब के मेढ पर पूजा किया जाता है। उक्त आराजी के अंश भाग पर तालाब स्थित है, जिसमें पानी भरा हुआ है। उक्त तालाब के पानी का उपयोग मुहल्लेवासी सार्वजनिक रूप से पुस्तैनी से चले आ रहे है। वहीं एक तालाब में पानी न होने के कारण आप-पास के लोगों द्वारा कब्जा कर लिया गया, कुछ लोगों ने तो तालाब के मेढ को निजी जमीन बताकर बेंच दिया गया और निर्माण भी लोगों ने कर लिया। जो वर्तमान में न्यायालय हेतु भूमि सीमांकित की गई है।
पेड-पौधे व सडक का ढूंढना होगा समाधान
न्यायालय आवासीय हेतु आवंटित भूमि में तालाब के साथ-साथ हरे-भरे पेड-पौधे पर्याप्त मात्रा में वर्षो से मौजूद है। निर्माण के दौरान यदि इन्हे काटा जाता है तो निश्चित में पर्यावरण के लिए बडी छति मानी जा सकती है। वही सडक व गली बंद होने से कई तरह की परेशानियों का सामना रहवासियों व राहगीरों को करना पड सकता है। मोहल्लेवासियों ने जिला प्रशासन व माननीय न्यायाधीशों से निवेदन व्यक्त करते हुए कहा कि सभी तरह की सुविधाओं व लोगों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य किया जाये, जिससे सार्वजनिक रूप में उपयोगी व भौगोलिक दृष्टिकोण पर विचार कर निर्माण कार्य किये की मांग की है।
कलेक्टर को लिखे पत्र
उक्त संबंध में आपत्ति आवेदन पत्र भी रहवासियो ने दिया है, कलेक्टर को पत्र देते हुए लिखे कि ग्राम अनूपपुर की आराजी खसरा नंबर 1135/1/3 रकवा 0.405 हे0, 1137/1 रकवा 0.113 हे0 ख0नं0 1138 रकवा 0.425 एवं ख0नं0 1147/2 रकवा 0.790 है0 का ह0प0 द्वारा दिनांक 27.07.2024 को सोमांकन किया गया है, उक्त सीमांकित आराजियो का मौजे के नक्शे में नक्शा तर्मीम नहीं है, बिना नक्शा तर्मीम के सीमांकन की कार्यवाही किया ही नहीं जा सकता है ह0प0 द्वारा मनमाने तरीके से सीमांकन किया गया है। आवेदित आ0ख0नं0 1135 में कुल 10 बटांक है किसी भी बटांक का नक्शा तीन नहीं है, उक्त बटांक अन्य भूमिस्वामियो को उक्त सीमांकन की सूचना ही नहीं दिया गया है। उक्त बटांक के अन्य बटांक भूमिस्वामियो को पंजीकृत विकय पत्र के माध्यम से क्रय की गई भूमियो को उनके पीठ पीछे शासकीय आराजी के रूप में गलत तरीके से सीनांकित किया गया है।
मोबाइल एप से कर दिये सीमांकन
उपरोक्त आराजियो में वर्तमान समय में बरसात के कारण पानी का भराव है ह0प0 द्वारा उपरोक्त आराजियो के सीमांकन में बन्दोबस्ती मुस्तकिल सीमा चिन्हों के तलास किये बिना व सीमावर्ती भूमियो का जरीब से नाप कर सीमांकन किये बिना ही मोबाइल ऐप के आधार पर मनमाने तरीके से सीमांकन की कार्यवाही की गई है। आ0ख0नं0 1135/1/1 रकवा 0.108 हे0 में भुतही तालाब का पश्चिमी मेढ स्थित है, उक्त तालाब के मेढ के आगे कालोनी बसा हुआ है। तालाब के पश्चिमी मेढ से होकर सार्वजनिक रास्ता निकला हुआ है, जिसमें से कालोनी के रहवासीगण पैदल तथा दो पहिया, चार पहिया वाहन से आते जाते है। उक्त रास्ते से कास्तकारगण अपने खेतो तक, खेती किसानी करने हेतु अपना हल बैल, टेक्ट्रर, माल, मवेशी आदि लाते ले जाते है। उक्त तालाब के पश्चिमी मेढ में पीपल एवं वड का पेड़ लगा हुआ है जिसमें मोहल्ले के पुरुष महिलाये वटवृक्ष एवं पीपल के पेड की पूजा करते है को आ0ख0नं0 1135/1/3 के रूप में आवासीय परिसर हेतु सीमांकित कर दिया गया है। अत: आपत्ति आवेदन पत्र प्रस्तुत कर निवेदन किया गया है कि आवेदित आराजियो का विधिवत नक्शा तर्मीम कराये जाने के पश्चात आ0ख0नं0 1135/1/1 रकबा 0. 108 हे0 जिसमें सार्वजनिक निस्तार व आम रास्ता स्थित है को छोड कर विधिवत सीमांकन कराये जाने की कृपा की जाये।