सिम स्वैप धोखाधड़ी से बचने अनूपपुर पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
अनूपपुर/अनूपपुर पुलिस द्वारा एडवाइजरी जारी करते हुए बताया है कि सिम स्वैप धोखाधड़ी के तहत, जालसाज पीड़ित के नाम पर, फर्जी आईडी प्रूफ के साथ, नया सिम कार्ड प्राप्त कर सकते है। धोखेबाज़ मोबाइल सेवा प्रदाता के माध्यम से आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक नया सिम कार्ड जारी करवा लेते हैं। इस नए सिम की मदद से वे आपके बैंक खाते से वित्तीय लेनदेन करने के लिए आवश्यक वन टाइम पासवर्ड (OTP) और अन्य अलर्ट प्राप्त करके पीड़ित के खाते से धोखाधड़ी वाले लेनदेन कर सकते हैं।
सिम स्वैप धोखाधड़ी –
– जालसाज फिशिंग, विशिंग, स्मिशिंग आदि जैसे सोशल इंजीनियरिंग तरीकों के जरिए पीड़ित के बैंक खाते का विवरण और पंजीकृत मोबाइल नंबर प्राप्त कर लेता है। -इसके बाद, वह मूल सिम को ब्लॉक कराने के लिए फर्जी आईडी प्रूफ के साथ पीड़ित बनकर मोबाइल ऑपरेटर के रिटेल आउटलेट पर जाता है।- सत्यापन के बाद, ऑपरेटर वास्तविक ग्राहक (पीड़ित) के सिम को निष्क्रिय कर देता है और नकली ग्राहक (धोखेबाज) को नया सिम कार्ड जारी कर देता है।- – अब, जालसाज फ़िशिंग/विशिंग रणनीति के माध्यम से प्राप्त बैंकिंग विवरण का उपयोग करके पीड़ित के खातों पर धोखाधड़ी लेनदेन करने के लिए नए सिम के साथ ओटीपी प्राप्त कर सकता है।
धोखाधड़ी से खुद को कैसे बचाएं?
• सोशल इंजीनियरिंग रणनीति (विशिंग, फ़िशिंग, स्मिशिंग) से सावधान रहें, जिसका उद्देश्य आपका गोपनीय और व्यक्तिगत डेटा चुराना है। • मोबाइल नंबंर अचानक बंद होने पर, तुरंत अपने मोबाइल ऑपरेटर से संपर्क करें। • सबसे खराब स्थिति से बचने के लिए, तुरंत अपने बैंक खाते का पासवर्ड बदलें।• अपने बैंकिंग लेन-देन के लिए नियमित एसएमएस के साथ-साथ ई-मेल अलर्ट के लिए रजिस्टर करें। (इस तरह, भले ही आपका सिम निष्क्रिय हो जाए, आपको अपने ईमेल के माध्यम से अलर्ट मिलते रहेंगे)• समय-समय पर अपने बैंक खाते का विवरण देखें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि विवरण में दर्शाए गए लेन-देन वास्तव में आपके द्वारा ही किए गए हैं।• धोखाधड़ी की स्थिति में, अपने खाते को ब्लॉक कराने और आगे की धोखाधड़ी से बचने के लिए तुरंत बैंक से संपर्क करें।किसी प्रकार की सायबर संबंधी अपराध घटित होने पर तत्काल नेशलन सायबर क्राईम हेल्पलाईन (टोल फ्री) नंबर 1930 अथवा cbyercrime.gov.in पर आनलाईन शिकायत दर्ज करावें।