स्वास्थ्य केंद्र खाड़ा में नदारत रहते पदस्थ स्टाफ,प्राथमिक उपचार को मोहताज ग्रामीण
अनुपपुर/जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर बने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खाड़ा में 6 स्टाफ पदस्त है पर ड्यूटी में एक भी स्टाफ उपलब्ध नहीं रहता डॉ, कुलदीप नर्सिंग ऑफिसर,संगीता वर्मा,विनीता चतुर्वेदी एवं अन्य कर्मचारियों के होने के बावजूद एक भी स्टाफ चिकित्सालय में उपलब्ध नहीं रहता।लाखों की लागत से बने हुए स्टाफ क्वाटर एवं हॉस्पिटल में लटका रहता है ताला। परेशान ग्रामीणों द्वारा जानकारी दी गई कि खाड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 11 बजे खुलता है और 2 बजे बंद हो जाता है हमे छोटे छोटे इलाज के लिए भी 10किलोमीटर दूर जिला अस्पताल अनूपपुर जाना पड़ता है अगर हमारे घर पर कोई गंभीर बीमार हो जाए तब भी हमको यहां इलाज नहीं मिल पाता है। यहां तक कि हमारी महिलाओं को प्रसूति के लिए भी जिला अस्पताल का रुख करना पड़ता है तो फिर यहां किस लिए ये अस्पताल बना के रखा गया है जब यहां पर कोई भी स्टाफ उपलब्ध नहीं मिलता है। जबकि नियम अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्त डॉ एवं पदस्त स्टाफ नर्स को अस्पताल परिसर में बने हुए स्टाफ क्वाटर में रहकर इमर्जेंसी वाले मरीजों का इलाज करना होता है पर यहां ऐसा कुछ भी नहीं है। ज्यादा जानकारी लेने पर पता चला कि यहां पर जितने भी स्टाफ है वह सब यहां से दूर जिला मुख्यालय में निवास करते है ऐसी स्थिति में खाड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीज इलाज से वंचित रह जाते है और तो और कई मरीज को प्राथमिक स्तर का इलाज भी न मिल पाने के कारण मौत को गले लगाना पड़ चुका है।
