अमरकंटक क्षेत्र में भ्रमण कर रहे मादा बाघ का वन विभाग ने किया सफलतापूर्वक रेस्क्यू
अनूपपुर / वन संरक्षक वनवृत्त शहडोल श्री अजय कुमार पाण्डये के निर्देशन एवं वनमण्डलाधिकारी अनूपपुर श्री विपिन कुमार पटेल के कुशल मार्गदर्शन में एक मादा बाघ का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया। उक्त रेडियो कॉलर्ड मादा बाघ दिनांक 19 जनवरी 2025 से वनमण्डल अनूपपुर के वन परिक्षेत्र अमरकंटक अंतर्गत ग्राम उमरगोहान, भंवरिया, लाली, बिजौरी, दोनिया, जामकछार, जालेश्वर, फर्रीसेमर, गुम्माघटी एवं छत्तीसगढ़ राज्य के ग्राम जालेश्वर (तबाडबरा) तथा वनमण्डल डिण्डौरी के परिक्षेत्र करंजिया (पूर्व) के ग्राम बालको, खुरखुरीदादर, चौरादादर के आवासीय क्षेत्रों में लगातार विचरण कर रही थी।
जानकारी के अनुसार 03 से 05 फरवरी 2025 तक पवित्र नगरी अमरकंटक में नर्मदा महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। उक्त महोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं, पर्यटकों के आने की संभावना है। मानव वन्यप्राणी द्वंद की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए वनमण्डलाधिकारी अनूपपुर श्री विपिन कुमार पटेल (मा.व.से.) द्वारा उक्त मादा बाघ के रेस्क्यू हेतु प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) भोपाल से अनुमति के आधार पर 31 जनवरी 2025 को सुबह संजय टाइगर रिजर्व सीधी के डॉ० अभय सेंगर वन्यप्राणी विशेषज्ञ एवं बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के संयुक्त टीम तथा 02 प्रशिक्षित हाथियों की सहायता से वनमण्डल डिण्डौरी के वन परिक्षेत्र करजिया पूर्व के कक्ष क्र० आर. एफ. 834 (बाबाघाट) से मादा बाघ का सफलता पूर्वक रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू किये गये मादा बाघ को स्वतंत्र विचरण हेतु संजय टाईगर रिजर्व सीधी (म.प्र.) में छोड़ा जायेगा।
उक्त रेस्क्यू ऑपरेशन में वनमण्डलाधिकारी अनूपपुर श्री विपिन कुमार पटेल, उप वनमण्डलाधिकारी गाडासरई श्री सुरेन्द्र सिंह जाटव वन परिक्षेत्राधिकारी अमरकंटक श्री वीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, वन परिक्षेत्राधिकारी पूर्व करंजिया श्रीमती प्राची मिश्रा, सहायक अनुदेशक वन विद्यालय अमरकंटक श्री महेन्द्र यादव तथा वनमण्डल अनूपपुर, डिण्डौरी का अमला उपस्थित रहे।
