आईजीएनटीयू में युवा शिक्षकों के लिए दो सप्ताह का क्षमता निर्माण कार्यक्रम की हुई शुरुआत

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अनूपपुर/इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में समाज कार्य विभाग द्वारा युवा शिक्षकों के लिए दो सप्ताह का क्षमता निर्माण कार्यक्रम (CBP) शुरू किया, जिसे भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICSSR), नई दिल्ली द्वारा समर्थन दिया गया । इस पहल का उद्देश्य देश भर के शुरुआती करियर वाले शिक्षकों की शैक्षणिक, शोध और शैक्षणिक क्षमताओं को बढ़ाना है।
इस कार्यक्रम में प्रभारी कुलपति प्रो. ब्योमकेश त्रिपाठी के प्रेरक अध्यक्षीय भाषण मील का पत्थर साबित हुआ, जिन्होंने सामाजिक प्रासंगिकता में निहित शैक्षणिक विकास के महत्व पर जोर दिया। “यह कार्यक्रम शिक्षण और अनुसंधान में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए IGNTU के दृष्टिकोण को दर्शाता है, खासकर उभरते शिक्षकों के बीच जो हमारे शैक्षणिक संस्थानों के भविष्य को आकार दे रहे हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और उन्हें बधाई दी।
समाजशास्त्र एवं सामाजिक नृविज्ञान विभाग के पाठ्यक्रम निदेशक एवं अध्यक्ष प्रो. सौभाग्य रंजन पाढ़ी ने कार्यक्रम के उद्देश्यों का परिचय दिया, जिसमें अंतःविषयक शिक्षण, अनुसंधान नवाचार और शैक्षिक नेतृत्व शामिल थे।
इस अवसर पर बोलते हुए सामाजिक विज्ञान संकाय की डीन प्रो. नीति जैन ने एक प्रेरक भाषण देते हुए कहा, “उच्च शिक्षा को मजबूत करने के लिए अकादमिक क्षमता का निर्माण आवश्यक है, और यह कार्यक्रम उस दिशा में एक सराहनीय कदम है।” उन्होंने युवा शिक्षकों को सशक्त बनाने और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए उनके समर्पण को पहचानते हुए, इस तरह की मूल्यवान पहल के आयोजन के लिए सामाजिक कार्य विभाग के प्रयासों की भी सराहना की।
स्वागत भाषण देते हुए, सामाज कार्य विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. दिग्विजय फुकन ने क्षमता निर्माण के प्रति विभाग की प्रतिबद्धता और युवा शिक्षकों को सशक्त बनाने के अपने व्यापक दृष्टिकोण पर जोर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के प्रतिभागी अगले दो सप्ताह आईजीएनटीयू में बिताएंगे और इस गहन कार्यक्रम के माध्यम से मूल्यवान शिक्षण अनुभव प्राप्त करेंगे ।
सत्र का समापन सामाज कार्य विभाग के सह-पाठ्यक्रम निदेशक और सहायक प्रोफेसर डॉ. धर्मेंद्र कुमार झारिया द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने सभी गणमान्य व्यक्तियों, प्रतिभागियों और आयोजक सदस्यों के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की और उद्घाटन समारोह को सफल बनाने वाली सहयोगी भावना पर जोर दिया । साथ ही उन्होंने समाज कार्य विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर हंजाबम प्रोफेसर हंजाबम शुखदेबा शर्मा जो की वर्तमान में पद: निदेशक, कॉलेज विकास परिषद, मणिपुर विश्वविद्यालयपद: निदेशक, कॉलेज विकास परिषद, मणिपुर विश्वविद्यालयका आभार व्यक्त किया जिनके माध्यम से इस सम्पूर्ण कार्यक्रम की नीव रखीं गयी । डॉ रमेश बी , सहायक प्राध्यापक , समाज कार्य विभाग का आभार किया व्यक्त करते हुए आपने स्पष्ट किया की कार्यक्रम के सम्पूर्ण आयाम में आपका निरंतर सहयोग प्राप्त होता रहा हैं , साथ ही अत्यंत सहजता और सरलता से मंच संचालन कर रही डॉ. कृष्णामनी भगवती जी, सहायक प्राध्यापक, समाज कार्य विभाग का आपने आभार और कृतज्ञता प्रकट किया ।
औपचारिक उद्घाटन के बाद, प्रतिभागी पहले तकनीकी सत्र में चले गए। दो सप्ताह के कार्यक्रम में विशेषज्ञ व्याख्यान, इंटरैक्टिव कार्यशालाएँ और अकादमिक चर्चाएँ शामिल होंगी, जिनका उद्देश्य युवा संकाय सदस्यों को प्रभावशाली शिक्षण, शोध और पाठ्यक्रम विकास के लिए प्रभावी उपकरण प्रदान करना है। कार्यक्रम का समापन 3 मई 2025 को समापन सत्र के साथ होगा ।

APR NEWS
Author: APR NEWS

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