भाजपा नेता की नो एंट्री में रुकी गाड़ी तो पूर्व मंत्री ने यातायात प्रभारी को हटाने सीएम को लिख डाला पत्र
अनूपपुर /इसे सत्ता की सनक कहें या राजनैतिक ठसक समझ के परे है पर पूर्व मंत्री वर्तमान अनूपपुर के विधायक बिसाहूलाल सिंह का यह पत्र निश्चित तौर पर यही कहा जा सकता है कि जिले में कुछ नेताओं के अच्छे अधिकारी रास नही आते इन्ही नेताओं को गली गली शराब दूध की तरह माफिया बेंच रहा है तो न पूर्व मंत्री को दिख रहा न उन भाजपा के नेताओ को पर जिले की यातायात व्यवस्था पहली बार जरा दुरुस्त क्या हुई सब की राजनीति चरम सीमाएँ लांघने लगी जब परिवहन विभाग के अधिकारी हाइवे पर अवैध वसूली को अंजाम देते है इन्हें नही दिखता शहडोल से उड़नदस्ता के नाम पर अवैध वसूली इन्हें नही दिखती शराब माफिया की तय किमत से अधिक दामो पर बेंची जा रही शराब का अवैध कारोबार नही दिखता एक नेता की गाड़ियों को नो एंट्री में निकलने न दिया गया तो नेता जी को बड़ा खराब लगा और जा कर मंत्री से शिकायत कर दी शराब पी कर गाड़ी चलाने वालों पर कार्यवाही होनी चाहिए या नही हम आम जनता पर छोड़ देते है चूंकि शिकायत में इस बात का भी उल्लेख किया गया तो सवाल यह उठता है कि क्या कुछ भाजपाई आज कल विधायक बिसाहूलाल सिंह को गलत तरीके से जानकारी दे कर मुंख्यमंत्री से शिकायत करवाते है,अब सवाल यह है कि आखिर क्यों भाजपाइयों के ट्रक नो एंट्री में निकलने दिए जायें नियम कानून सब के लिए एक है चाहे वो आम हो या खास पर शायद यही बात भाजपा के नेताओं को नागवार गुजरी और पूर्व मंत्री को मोहरा बनाते हुए यातायात प्रभारी ज्योति दुबे की शिकायत मुख्यमंत्री से करवा दी आप इतना ही कर सकते है हमे उम्मीद है कभी आपने अपने विधायक पार्टी से पूंछा की इस नो एंट्री की वजह कौन और क्यों है आज तक जिले में बाईपास नही बन सका सत्ता में सवार हुए लगभग बीस साल होने को आ रहे है ,पर आप सवाल खुद के नेताओं खुद की सरकार से नही कर सकते एक अदने से कर्मचारी को हटाने के लिए मुख्यमंत्री तक का सहारा लेना बताता है कि वाकई में इस जिले में कुछ भाजपाइयों की सिर्फ और सिर्फ अपना विकास दिखता है जिले की जनता मरती रहे उसके लिए आवाज नही उठेगी पर अपना उल्लू सीधा करने के लिए पूरी राजनैतिक शक्ति लगा दी जायेगी और सबसे बड़ी बात तो यह है कि पूर्व मंत्री वर्तमान विधायक बिसाहूलाल सिंह ने भी सच्चाई जानना जरूरी नही समझा जैसा भाजपाइयों ने समझाया बस उसी को सच मान मुख्यमंत्री को पत्र लिख डाला क्या दूसरा यातायात प्रभारी आयेगा तो आपको नो एंट्री में गाड़ियां चलाने की इजाजत मिल जायेगी अगर आप ऐसा सोच रहे है तो गलत है अनूपपुर शहर के आम जनता के जीवन का सवाल है जिसको कोई बर्दास्त नही करेगा चाहे आप जहां शिकायत करवा लीजिये नियम सब के लिये बराबर है।
