आदि शंकराचार्य जयंती पर गीता स्वाध्याय में पूजा आरती , भंडारा ,बाद शोभायात्रा । शंकराचार्य जयंती के अवसर पर वट वृक्ष संत मंडल द्वारा रोपित किया जाएगा ।

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  1. आदि शंकराचार्य जयंती पर गीता स्वाध्याय में पूजा आरती , भंडारा ,बाद शोभायात्रा ।

शंकराचार्य जयंती के अवसर पर वट वृक्ष संत मंडल द्वारा रोपित किया जाएगा ।

 

संवाददाता / श्रवण उपाध्याय

 

अमरकंटक / मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में आज शुक्रवार 02/05/2025 को गीता स्वाध्याय मंदिर में संत मंडल के मार्गदर्शक स्वामी नर्मदानंद गिरी जी महाराज के तत्वाधान में गीता आश्रम पर प्रातः 11 बजे संतो की उपस्थिति में आदि शंकराचार्य जी की जयंती के पावन अवसर पर पंडित शिवशरण शुक्ला के मंत्रोच्चार प्रवाह मध्य पूजन , आरती बाद भोग का प्रसाद लगाया गया तत्पश्चात दोपहर विशाल भंडारा गीता आश्रम पर संतो , भक्तों हेतु किया गया ।

शाम को गीता आश्रम से विशाल शोभा यात्रा निकाली गई जिसमें उनके भजन एवं स्त्रोत्र मधुर ध्वनि से कीर्तन करते हुए संतो की अपार भीड़ थी । जनता ने जागरण फैलाने के लिए तथा भगवदपाद शंकराचार्य भगवान से संबंधित उनसे जुड़ी हुई जीवन चरित्र व अमरकंटक आगमन और उनके द्वारा स्थापत्य के बारे में नर्मदा मंदिर पुजारी पंडित धनेश द्विवेदी ने बताया कि आदि गुरु शंकराचार्य अमरकंटक में लगभग 60 दिवस निवास कर भगवद पाद गोविंद पादाचार्य जी से दीक्षा ग्रहण की वह स्थान कर्ण मठ के नाम से जाना जाता है । यहां पर आदि शंकराचार्य जी ने अनेकों सिद्धियां प्राप्त की थी और एक पुस्तक लिखी जिसका नाम था पीठरहस्यम । अमरकंटक के मुख्य मंदिर पर पार्वती जी के मंदिर का जीर्णोद्घार

किया तथा पार्वती प्रतिमा जी की मूर्ति स्थापित की तथा पंचतत्व के पांचलिंग स्थापित की । 1- पातालेश्वर 2- नर्मदेश्वर (उद्गम स्थल) 3- अमरकांठेश्वर 4- जालेश्वर 5- लिंगेश्वर(माई मंडप) यह सब उनके हस्त लिखित पुस्तक में वर्णित है ।

अमरकंटक संत मंडल के सचिव स्वामी लवलीन महाराज ने बताया कि आदि शंकराचार्य जी की जयंती के पावन अवसर पर उनके नाम से शनिवार को नर्मदा दक्षिण तट पर प्रातः 11 बजे सभी संतो की उपस्थिति में वट वृक्ष रोपित किया जायेगा ।

आदि शंकराचार्य जी की शोभायात्रा गीता स्वाध्याय मंदिर से निकाल कर नगर भ्रमण करते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय चौक से वापस मुख्य मार्ग होते हुए मां नर्मदा मंदिर पहुंच यात्रा पूर्ण की गई । इस यात्रा में प्रमुख रूप से अमरकंटक संत मंडल के मार्गदर्शक स्वामी नर्मदानंद गिरी जी महाराज गीता स्वाध्याय मंदिर , अध्यक्ष श्रीमहंत रामभूषण दास जी महाराज शांति कुटी आश्रम , उपाध्यक्ष स्वामी महेश चैतन्य जी महाराज तुरी आश्रम , सचिव स्वामी लवलीन महाराज परमहंस धारकुंडी आश्रम , स्वामी राम प्रसाद जी महाराज कल्याण सेवा आश्रम , पंडित योगेश दुबे मृत्युंजय आश्रम , शास्त्री पंडित रामनरेश मार्कण्डेय आश्रम , नर्मदा मंदिर पुजारी धनेश द्विवेदी , पंडित लखन त्रिपाठी बाल भगवान सेवा आश्रम , स्वामी रामभक्ति आनंद , स्वामी श्रीहरि तीर्थ , स्वामी सर्वेश चैतन्य जी , स्वामी आकृति नंद जी , स्वामी ओंकारानंद गिरी जी ,संत भोलाशंकर पूरी सिद्धेश्वर महादेव आश्रम , स्वामी शिवानंद रामगिरी कुटी आश्रम , स्वामी श्रद्धानंद जी मृत्युंजय आश्रम , रिटायर्ड मास्टर सुरेश ज्योतिषी ,स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती जी , स्वामी दिव्यानंद , स्वामी सुदर्शन गिरी जी महाराज , स्वामी राजेश आजाद झूलेलाल आश्रम , संस्कृत वेदपाठी ब्राह्मण बच्चे भी शामिल हो पूजा अर्चन किए तथा दर्जनों संतो , भक्तों की टोली साथ चली ।

APR NEWS
Author: APR NEWS

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