(भूपेंद्र पटेल,उपसंपादक एपीआर न्यूज)
अनूपपुर/ ग्राम पंचायत चोलना जनपद पंचायत जैतहरी जिला अनूपपुर के सरपंच व सचिव रमाकांत तिवारी द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार की दास्ता लगातार समाचार पत्र के माध्यम से बयां किया जा रहा है परंतु अभी भी प्रशासन उस ओर ध्यान देते नजर नहीं आ रही है। जिसका खुलासा पार्ट 3 फिर से प्रकाशित किया जा रहा है जिसमें बताया जाएगा की पुलिया निर्माण एवं ग्रेवल मार्ग में सचिव रमाकांत तिवारी व सरपंच के द्वारा किस कदर औचित्यहीन स्थान पर निर्माण करके भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है।
पुलिया निर्माण और ग्रेवल मार्ग की गुणवत्ता का क्या हकीकत..?
ग्राम पंचायत चोलना के भवन निर्माण,पीसीसी मार्ग निर्माण के पश्चात अब खुलासा किया जा रहा है पुलिया निर्माण और ग्रेवल मार्ग का जिसमें सर्वप्रथम आरसीसी पुलिया निर्माण डोंगरी टोला से सोन नदी मार्ग में लगभग लागत 8 लाख 25 हजार रु से निर्मित की गई है जो इस मार्ग के लिए वरदान साबित होता परंतु उक्त पुलिया को औचित्यहीन स्थान पर बनाकर इस कदर भ्रष्टाचार की होली खेली गई है की इसे साधारण आंखों से देखने पर ही पता चल जाता है कि यह कितनी लागत की बनी होगी। गुणवत्ता का किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं रखते हुए एक साधारण से खेत में बना दिया गया है जिसकी ऊंचाई एक पाइप के बराबर है जिसका उपयोग ग्रामीणों के हित में नजर नहीं आ रहा या यूं कहे कि इतनी लागत की पुलिया वास्तव में जहां पर बड़ा नाला हो और पानी निकलने की व्यवस्था न हो ऐसे स्थान पर बनाया जाना था। दूसरा ग्राम चोलना के हरिजन मोहल्ला में मड़िया व तालाब के पास मेढ़ में लगातार दो पुलिया का निर्माण किया गया है जिसकी लागत क्रमशः लगभग 7 लाख व 3 लाख होगा उक्त मार्ग दोनों तरफ से कटा हुआ है हरिजन मोहल्ला से तालाब का मेढ़ ना तो जुड़ा हुआ है और ना ही मेंढ़ से उस तरफ का पीसीसी मार्ग जुड़ा हुआ है फिर भी उपयोगविहीन स्थान पर सचिव रमाकांत तिवारी एवं सरपंच के द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए पुलिया का निर्माण कर दिया गया है बात करें पुलिया के गुणवत्ता का तो तीनों ही पुलिया निर्माण में नाम मात्र का पतले सरिया का प्रयोग, हल्की क्वालिटी का सीमेंट,डस्ट युक्त बजरी और गांव से ही निकलने वाली नदी नाले का चोरी का रेत प्रयोग करके उक्त निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की होली के खेलते हुए इतिश्री कर दी गई है और पता नहीं इनके कैसे उच्च अधिकारी व तकनीकी अधिकारी है जो इन्हें मूकस्वीकृत देकर के जनहित की राशि को दलाली करने में पूर्ण मदद करते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत चोलना में ही एक ग्रेवल मार्ग का निर्माण किया जा रहा है जिसमें शासकीय प्राक्कलन के विरुद्ध मिट्टी खुदाई एवं लेवल कार्य किया जा रहा है जिसमें मजदूर कम जेसीबी का प्रयोग अधिक किया जा रहा है जबकि यह मार्ग मनरेगा के तहत निर्मित हो रही है। मुरूम का खदान घोषित नहीं होने के बावजूद खनिज विभाग से बिना अनुमति लिए सरपंच सचिव द्वारा अवैध तरीके से चोरी वाला लाल मुरूम का प्रयोग उक्त सड़क निर्माण में किया जा रहा है, जिसमें अच्छी खासी मोटी रकम बचाकर प्रभक्षण करने के फिराक में चल रहे हैं।
