जलील और चिल्लू चचाई बीच बाजार किसके दम पर चला रहे सट्टा का अवैध कारोबार

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जलील और चिल्लू चचाई बीच बाजार किसके दम पर चला रहे सट्टा का अवैध कारोबार

अनूपपुर/जिलेभर में इस समय अपराधियों के हौसले बुलंद देखे जा रहे हैं चारों ओर आसामाजिक तत्वों का बोलबाला है अपराध समूचे क्षेत्र में सर चढ़कर बोल रही है जुआ सट्टा कबाड़ अवैध कोयला इसके संबंध में तो लगातार वर्षों से खबरें प्रकाशित हो रही है परंतु पुलिस जागने का नाम नहीं ले रही और प्रशासन निकम्मी दिखाई पड़ रही है। इस तरह से मूकदर्शक बने रहना नागरिकों के बीच प्रश्न चिन्ह खड़ा करने वाला विषय उत्पन्न हो रहा है कि कहीं ना कहीं पुलिस और प्रशासन इन अवैध कारोबारी को संरक्षित करने का काम तो नहीं कर रही है..?

जलील और चिल्लू सरेआम चला रहे सट्टा 

जिला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर दूर ऊर्जा नगरी चचाई जहां पर बीच बाजार एक टेलर की दुकान संचालित है जहां से सट्टा का अवैध बड़ा कारोबार संचालित हो रहा है बताया जा रहा है कि जलील टेलर और चिल्लू लखेरा की जुगल जोड़ी पूरे क्षेत्र में सट्टे के अवैध कारोबार को कोढ की तरह फैलाने में हावी हो चुके हैं और इस बीमारी की लत क्षेत्र के युवा बूढ़े बेरोजगार मजदूर ग्रामीण गरीब किसान सभी को लग चुकी है जो इनके चंगुल में फंसकर अपनी समस्त गाढ़ी कमाई लूटाने को मजबूर साबित हो रहे हैं। जलील टेलर और चिल्लू लखेरा चचाई क्षेत्र सहित आसपास के गांव केलहौरी, मेडियारास, देवहरा,परसवार,धीरौल, विवेकनगर, देवरी, बटुरा, अमलाई,बरगंवा और न जाने कौन-कौन से गांव तक अपना लंबी जाल फैला करके सट्टा का बाजार गर्म कर अपनी जेब भरने का काम कर रहे है। इनके द्वारा चचाई बाजार सहित आसपास के क्षेत्र में घूम-घूम कर सट्टा पट्टी तो काटा ही जा रहा है साथ ही अपनी लंबी नेटवर्क और दलालों के माध्यम से भी सट्टा का नंबर घर बैठे मोबाइल के माध्यम से भी लगाकर फांसने का काम किया जा रहा है।

लुट रहे लोग पुलिस बनी अनजान

जलील और चिल्लू जैसे आसामाजिक तत्व या यूं कहे समाज के दुश्मन जो अपनी जेब भरकर उल्लू सीधा करने के फिराक में लोगों का घर बर्बाद करने में पीछे नहीं हट रहे हैं और ऐसे लोगों को चचाई बाजार के पास में ही संचालित पुलिस थाना के द्वारा शायद संरक्षण देकर रखा गया है क्या..? ऐसा तो हो नहीं सकता की छोटी सी बाजार और नगर के बीच स्थापित चचाई थाना के प्रभारी और संबंधित पुलिस अमला को इसका संज्ञान ना हो और जलील चिल्लू जैसे लोग खुलेआम सट्टा को संचालित करके गरीब मजदूर युवा बेरोजगार जो ₹1 का ₹100 पाने के लालच में अपनी रोजमर्रा मजदूरी की कमाई हुई पूंजी को गवाने का काम कर रहे हैं। गरीब मजदूर वर्ग सुबह से शाम तक काम करते हैं और इन्हें ऐसे सटोरिए बहला फुसलाकर करके लालच देते हैं कि आज नहीं लगा तो कल लगेगा तुम ₹10 लगाओ तो ₹1000 मिलेगा और इसी लालच में गरीब आदिवासी मजदूर अनभिज्ञ युवा वृद्ध किसान फंस करके लालच में अधिक राशि पाने की लालसा में अपनी मेहनत की कमाई हुई राशि को भी लुटा बैठते हैं और पुलिस प्रशासन के द्वारा कार्यवाही न किए जाने के कारण इस तरह के अवैध कारोबारी फर्श से अर्श पर पहुंच जाते हैं । जब लोग अपनी मेहनत की कमाई हुई राशि गवा बैठते हैं तब अनैतिक अन्य बुराइयों का आविष्कार इनके दिमाग में होता है जिससे चोरी डाका शराब का लत इस तरह के प्रभाव बढ़ जाते हैं इस तरह मार्ग से भटक कर इस तरह के नागरिक और ग्रामीण घरेलू व सामाजिक हिंसा की ओर अग्रसर हो जाते हैं और इसका जिम्मेदार कोई नहीं रह जाता अगर समय रहते इन सब चीजों पर प्रशासन बखूबी जिम्मेदारी निभाएं तो समाज में बुराइयां पनपे ही नहीं।

इनका कहना है:-

दूरभाष पर कई बार संपर्क किए जाने पर कॉल अटेंड नहीं किया गया।

एसपी शुक्ला थाना प्रभारी चचाईं

Bhupendra Patel
Author: Bhupendra Patel

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