पिपरिया सचिव मनोज पटेल नियम आदेश को ताक में रखकर निर्माण कार्य में कर रहा भ्रष्टाचार

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पिपरिया सचिव मनोज पटेल नियम आदेश को ताक में रखकर निर्माण कार्य में कर रहा भ्रष्टाचार

अनूपपुर/जिलेभर में कई भवन निर्माण अन्य कार्य संचालित हो रहे हैं परंतु निर्माण एजेंसियां शासन कानून को ताक में रखकर निर्माण कार्य में फ्लाई ऐश ब्रिक्स के स्थान पर लाल ईंटों का प्रयोग कर रहे हैं जबकि मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा पिछले वर्षों से ही आदेश जारी कर रखा है फिर भी निर्माण एजेंसी प्रशासन के आदेशों को ठेंगा दिखाने से नहीं चूक रहे हैं।

आंगनबाड़ी निर्माण में नियम का अनदेखा

जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत पिपरिया के करौंदिया टोला में सरपंच एवं सचिव मनोज पटेल आंगनबाड़ी निर्माण कार्य कछुए की चाल से वर्ष भर से कर रहे है निर्माण कार्य में डस्ट युक्त बजरी और चोरी का रेत बालू सरिया प्राक्कलन के विरुद्ध लगाकर व्यापक मात्रा में भ्रष्टाचार तो किया ही जा रहा है साथ ही आदेशों का भी अवहेलना की जा रही है प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पर्यावरण मंत्रालय के आदेशानुसार ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री जिला अनूपपुर द्वारा गत वर्ष दिनांक 20 जुलाई 2023 को आदेश जारी किया गया है कि समस्त जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले निर्माण एजेंसियां गुणवत्ता व लेंथ को देखते हुए लाल ईंटों के स्थान पर फ्लाई ऐश ब्रिक्स का उपयोग करेंगे जिससे कि सभी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता आए और शासन की जनहित के राशि का उचित प्रयोग हो सके परंतु ग्राम पंचायत पिपरिया के भ्रष्टाचारी स्वेक्षाचारी और कर्तव्यहीन सचिव मनोज पटेल के द्वारा बर्बरता पूर्वक व्यवहार लोगों के साथ करते हुए गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य को अंजाम दे रहा है और अपने वरिष्ठ अधिकारियों की आदेशों को सरे आम धज्जियां उड़ाने से नहीं चूक रहा है। जबकि क्षेत्र में जिम्मेदार उपयंत्री सहायक यंत्री मौजूद है जिनके द्वारा कमीशन के फेर में अनदेखा कर दिया जाता है क्षेत्र का निरीक्षण करने भी नियम के बावजूद नहीं पहुंचते कोई जानकारी भी देता है तो गोल माल करके जवाबदारी से कतराते नजर आते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि ऐसे भ्रष्ट कर्तव्य विहीन जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी अपनी झोली भरने में कामयाब हो जाते हैं।

शिकायत के बावजूद किसका अभयदान

ग्राम पंचायत पिपरिया के सचिव मनोज पटेल पूर्व में हर्री पंचायत में भी सचिव रहे हैं जिनके द्वारा कई निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार कार्य किए गए और उनकी शिकायत भी कई बार प्रशासन से की गई और लगातार समाचार भी प्रकाशित हुई परंतु कार्यवाही की गाज गिरने से बच गए। बताया जा रहा है कि किसी सत्ता पक्ष के नेता का इन्हें अभय दान प्राप्त है जिनकी चरण वंदना इनके द्वारा हमेशा की जाती है और साथ ही चढ़ोत्तरी भी चढ़ाई जाती है जिस कारण से सत्ता का दबाव लेकर अधिकारी कलम चलाने से डर जाते हैं और मनोज पटेल जैसे सचिव लगातार भ्रष्टाचार की नई-नई इबारत लिखने से बाज नहीं आ रहे हैं।

इनका कहना है

एस्टीमेट में जो होगा उसी अनुसार काम चल रहा होगा फिर भी आप एक शिकायत पत्र सौंप दीजिए जिसके आधार पर हम जांच करके सभी कार्यों पर उचित कार्यवाही करेंगे।

सुगंध प्रताप सिंह (कार्यपालन यंत्री)

आरईएस जिला अनूपपुर

Bhupendra Patel
Author: Bhupendra Patel

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