धिरौल प्राचार्य की मनमानी स्टाफ को बाहर निकाल विद्यालय के गेट में जड़ दिया ताला

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धिरौल प्राचार्य की मनमानी स्टाफ को बाहर निकाल विद्यालय के गेट में जड़ दिया ताला

जांच दल ने पेड़ के नीचे की कार्यवाही बनाया पंचनामा तब हुआ खुलासा

अनूपपुर /जिले के जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत संचालित शासकीय हाई स्कूल धिरौल की प्रभारी प्राचार्य अपनी मनमानी करते हुए 27 अप्रैल को 11.40 बजे पहुंची और 1.30 बजे विद्यालय में उपस्थित दो माध्यमिक शिक्षक एवं एक प्राथमिक शिक्षक को अचानक से विद्यालय के बाहर करते हुए स्कूल बंद कर मुख्य द्वार में ताला लगाते हुए भृत्य संतराम बैगा के साथ जैतहरी बीईओं कार्यालय चली गई। जहां तीनो शिक्षक विद्यालय के मुख्य द्वार के बाहर ही खड़े रहें। ग्रामीणों ने बताया कि हाई स्कूल धिरौल का प्रभार मिलने के बाद से प्रभारी प्राचार्य ने पुष्पराजगढ़ विधायक से अच्छी पहचान होने की बात कहते हुए मनमानी में उतारू है।

क्या है मामला..?

27 अप्रैल को शासकीय हाई स्कूल घिरौल में जहां तीन शिक्षक सहित भृत्य अपने निर्धारित समय पर पहुंचकर विद्यालय के कार्यों को कर रहे थे, जहां विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य वा माध्यमिक शिक्षक सुबह 11.40 बजे विद्यालय पहुंची और लगभग 1.30 बजे अचानक से जैतहरी बीईओं कार्यालय में कुछ कार्य होने की बात कहते हुए तीन शिक्षको जिनमें माध्यमिक शिक्षक ज्योति बाला तिवारी, अंजना हकदार एवं प्राथमिक शिक्षक योगेन्द्र सिंह को बाहर करते हुए स्कूल बंद कर मुख्य गेट में ताला लगाते हुए भृत्य संतराम बैगा को लेकर चली गई। जिसके बाद स्कूल के मेन गेट के बाहर तीनों शिक्षक धूप में घंटो खड़े थे। उक्त विद्यालय का उन्नयन वर्ष 2008 में होने के बाद से वर्ष 2021 तक विद्यालय का परीक्षा परिणाम 75 से 80 प्रतिशत रहता था, लेकिन वर्ष 2022 में विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य का प्रभार लेने के बाद से सत्र 2022-23 में विद्यालय का परीक्षा परिणाम 40 प्रतिशत से कम पहुंच गया, जिसके बाद कलेक्टर की समीक्षा उपरांत उक्त विद्यालय को विशेष श्रेणी में रखा गया, बावजूद इसके सत्र 2023-24 में 50 प्रतिशत रहा है।

जांच में पहुँची तीन सदस्यीय टीम

शासकीय हाई स्कूल धिरौल के बंद होने की सूचना पर जनजातीय कार्य विभाग के सहायक संचालक अशोक शर्मा ने जांच के लिए तत्काल ही शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पटनाकला के प्रभारी प्राचार्य विपिन कुमार किशोर एक्का,शासकीय उ. मा. विद्यालय देवहरा के प्रभारी प्राचार्य नरेन्द्र शेखावत एवं शासकीय उ.मा. विद्यालय पटनाकला के उच्च श्रेणी शिक्षक गुलाब सिंह को जांच के निर्देश दिए गए। जहां जांच टीम 3.30 बजे शासकीय हाई स्कूल धिरौल पहुंचे। जहां निरीक्षण के दौरान विद्यालय के मेन गेट पर ताला लगा हुआ था तथा स्कूल परिसर के बाहर शिक्षक ज्योति बाला तिवारी, अंजना हलदार एवं योगेन्द्र सिंह सहित ग्रामीण खड़े मिले। इसी दौरान सूचना मिलते ही प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय ने सूचना लगते हुए भृत्य संतराम को जैतहरी में छोडक़र वापस पहुंच गई। लेकिन जांच टीम ने विद्यालय को खोलने की बात कही तो प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय ने विद्यालय की दो चॉभी जिनमें माध्यमिक शिक्षक सुभाष सिंह परमार के पास होना जो कि अवकाश में थे और दूसरा भृत्य संतराम बैगा के पास होना बताया गया। जिसके बाद जांच टीम ने विद्यालय परिसर के बाहर ग्रामीणों सहित विद्यालय के शिक्षकों का कथन लेते हुए पंचनामा तैयार किया गया।

जांच के बाद खुल गई प्रभारी प्राचार्य की पोल

जांच के दौरान जहां दो माध्यमिक शिक्षक जिनमें सुभाष सिंह परमार एवं सत्येन्द्र सिंह गौतम अनुपस्थित मिले, जिनके संबंध में जांच टीम ने प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय से जानकारी ली गई। जहां प्रभारी प्राचार्य ने दोनो ही शिक्षकों को अवकाश में होना बताया। जांच के दौरान सुभाष सिंह परमार का अवकाश आवेदन वरिष्ठ कार्यालय को अग्रेषित पाया गया, लेकिन सत्येन्द्र सिंह गौतम का आवेदन स्कूल के कार्यालय में होना पाया। वहीं शिक्षकों सहित ग्रामीणों ने प्राभारी प्राचार्य धिरौल पर जबरन अपनी मनमानी किए जाने का आरोप वा लिखित शिक्षक सहायक आयुक्त कार्यालय में 27 अप्रैल को दर्ज की जा चुकी थी।

गाड़ी से निकला हाजिरी रजिस्टर

ग्रामीणों ने प्रभारी प्राचार्य सहित दो माध्यमिक शिक्षक सुभाष सिंह परमार एवं सत्येन्द्र सिंह गौतम पर विद्यालय समय से नही से आने तथा बिना बताए अनुपस्थित रहने तथा दूसरे दिन विद्यालय पहुंचकर उपस्थिति पंजीयन में हस्ताक्षर किए जाने की शिकायत दर्ज कराई। जिस पर जांच टीम ने प्रभारी प्राचार्य से उपस्थिति पंजीयक मांगा गया, जहां विद्यालय की उपस्थिति पंजीयक प्रभारी प्राचार्य संध्या पांडेय की गाड़ी की डिक्की से निकला। वहीं शिक्षकों ने बताया कि प्रभारी प्राचार्य द्वारा उपस्थिति पंजीयन अपने पास रखती है, जिसके कारण कई बार विद्यालय में उनकी अनुपस्थिति में विद्यालय पहुंच रहे शिक्षकों को दूसरे दिन हस्ताक्षर करना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला 25 अप्रैल को विद्यालय नही आई, लेकिन उपस्थिति पंजीयक में 26 को विद्यालय पहुंचकर हस्ताक्षर की है।

इनका कहना है:-
उक्त विद्यालय का मेन गेट में ताला जड़ा हुआ था, जांच के दौरान शिक्षक सहित ग्रामीण गेट के बाहर खड़े मिले। जिसके बाद पंचनामा बनाते हुए जांच प्रतिवेदन सहायक आयुक्त को कार्यवाही हेतु सौपा गया।

विपिन किशार एक्का,संकुल प्राचार्य, विद्यालय पटनाकला

Bhupendra Patel
Author: Bhupendra Patel

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