कवर्धा:- बिना नंबर प्लेट के गाड़ी में घूमते पा जाने पर पुलिस चलानी कार्यवाही करती है लेकिन अगर आप पुलिस अधिकारी है आपके पास पुलिस की सरकारी गाड़ी है तो आप पर चालान नही कटेगा जी हां!आपने सही पढ़ा अगर आप पुलिस की गाड़ी में बिना नंबर प्लेट के भी घूम रहे तो उस पर चालान नही कटेगा। ऐसा ही मामला बोडला पुलिस का आया है जहा बोडला पुलिस थाना के प्रभारी व्यसनारायण चुरेंद्र और उनकी पुलिस टीम बिना नंबर प्लेट के गाड़ी में शाम के समय बोडला से पोंडी रोड मे मुड़ियापारा में घूमते नजर आए।इस दौरान पुलिस की गाड़ी पर आगे और पीछे दोनो साइड नंबर प्लेट नहीं लगा हुआ था जिससे पुलिस पर सवाल खड़ा हो रहा है कि चौक चौराहों पर अक्सर वाहन अधिनियम का उल्लंघन करने वाले निजी दोपहिया और चार पहिया वाहन मालिकों पर जुर्माना वसूलते हुए चलानी कार्यवाही करते नजर आ जाते है लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि निजी वाहन मालिकों से जुर्मना वसूली करने वाली पुलिस खुद बिना नंबर प्लेट के गाड़ियों पर दौड़ते हुए नजर आई।चूंकि निजी वाहन मालिकों से चौक चौराहों पर खड़ा होकर वाहन अधिनियम के तहत जुर्माना वसूली करनी वाली बोडला पुलिस की टीम खुद बिना नंबर प्लेट की गाड़ी में घूमते नजर आएगा तो ऐसे में पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाना लाजमी है इससे आम जनता में सवाल उठेगा कि वाहन अधिनियों एक्ट की धारा सिर्फ आम जनता के लिए है कि पुलिस की सरकारी गाड़ी में भी वाहन अधिनियम के तहत चलानी कार्यवाही होना चाहिए।
बिना नंबर प्लेट के गाड़ियों में चलानी कार्यवाही के नियम
यातायात पुलिस सहायक उपनिरीक्षक इजराइल खान ने बताया कि अगर कोई गाड़ी बिना नंबर के चल रहा है ऐसे में दोपहिया और चार पहिया वाहन में चलानी कार्यवाही किया जाता है ऐसे में यातायात पुलिस टीम दो पहिया और चार पहिया दोनो गाड़ियों में 300 और 2000 का चालान काट सकती है लेकिन यही कार्यवाही अगर आरटीओ की टीम करे तो बिना नंबर प्लेट के गाड़ियों को चलाने वाले मालिको पर 10 हजार रु तक के चालान काट सकती है ।
पूरे मामले में बोडला थाना प्रभारी व्यसनारायण चुरेंद्र का कहना है कि उनके गाड़ी का आगे का बमफर गाड़ी में ठोकर आने की वजह से डेमेज हो गया है जिसकी वजह से नही लग पाया जल्द सुधार कर लगवाया जायेगा।
इसके साथ वरिष्ठ पुलिस अनुविभागीय अधिकारी जगदीश उईके पूरे मामले अपनी टीम को बचाते नजर आए उन्होंने शुरुवात में चलानी कार्यवाही होने की बात कही लेकिन बाद में खुद पुलिस की गाड़ी होने का पता चला तो बात घुमाते हुए उन्होंने कहा की बोडला नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आता है ऐसे में बिना नंबर प्लेट के गाड़ी चलाया जा सकता है कि बात उनके द्वारा कही गई।
